भारतीय जनता पार्टी ठाकुरगंज नगर मंडल द्वारा जनसंघ के संस्थापक सह जनसंघ के प्रथम अध्यक्ष स्व. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 70वी पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा नगर अध्यक्ष अतुल कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम की शुरुवात वंदे मातरम् गीत से हुई। उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं ने डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी अमर रहे, वंदे मातरम् भारत माता की जय के नारे लगाए।
बलिदान दिवस कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा अति पिछड़ा मोर्चा जिलाध्यक्ष सह नगर प्रभारी प्रमोद कुमार चौधरी ने कहा कि डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यंत प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक शिक्षाविद के रूप में विख्यात हुए। भाजपा नेता राजेश करनानी ने कहा कि स्वर्गीय डॉ श्यामा मुखर्जी 1923 में लॉ की उपाधि प्राप्त करने हेतु विदेश चले गए। तैतीस वर्ष की अल्पायु में कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने। मुखर्जी नेहरू मंत्री मंडल में मंत्री रहे थे। कश्मीर की समस्या को लेकर उन्होंने नेहरू मंत्री मंडल से त्याग पत्र दिया। अक्टूबर 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई जिसके प्रथम अध्यक्ष बने। डा मुखर्जी कश्मीर से धारा 370 समाप्त करने की जोरदार वकालत किए। 23 जून 1953 को संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई।तभी से 23 जून को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। कार्यक्रम में भाजपा जिला महामंत्री बिजली सिंह, नगर उपाध्यक्ष प्रदीप सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष नरेश साह व अनिल महाराज, भाजपा नेता सह पार्षद अमित सिन्हा, पिछड़ा मोर्चा जिला महामंत्री बिप्लव कर्मकार, नगर महामंत्री सन्नी झा, युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष बिट्टू साह, युवा मोर्चा ग्रामीण अध्यक्ष लक्ष्मण झा, अरविंद झा, नागेंद्र सिंह, खोखा सरकार आदि भाजपाई मौजुद रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
भारतीय जनता पार्टी ठाकुरगंज नगर मंडल द्वारा जनसंघ के संस्थापक सह जनसंघ के प्रथम अध्यक्ष स्व. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 70वी पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा नगर अध्यक्ष अतुल कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम की शुरुवात वंदे मातरम् गीत से हुई। उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं ने डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी अमर रहे, वंदे मातरम् भारत माता की जय के नारे लगाए।
बलिदान दिवस कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा अति पिछड़ा मोर्चा जिलाध्यक्ष सह नगर प्रभारी प्रमोद कुमार चौधरी ने कहा कि डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यंत प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक शिक्षाविद के रूप में विख्यात हुए। भाजपा नेता राजेश करनानी ने कहा कि स्वर्गीय डॉ श्यामा मुखर्जी 1923 में लॉ की उपाधि प्राप्त करने हेतु विदेश चले गए। तैतीस वर्ष की अल्पायु में कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने। मुखर्जी नेहरू मंत्री मंडल में मंत्री रहे थे। कश्मीर की समस्या को लेकर उन्होंने नेहरू मंत्री मंडल से त्याग पत्र दिया। अक्टूबर 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई जिसके प्रथम अध्यक्ष बने। डा मुखर्जी कश्मीर से धारा 370 समाप्त करने की जोरदार वकालत किए। 23 जून 1953 को संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई।तभी से 23 जून को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। कार्यक्रम में भाजपा जिला महामंत्री बिजली सिंह, नगर उपाध्यक्ष प्रदीप सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष नरेश साह व अनिल महाराज, भाजपा नेता सह पार्षद अमित सिन्हा, पिछड़ा मोर्चा जिला महामंत्री बिप्लव कर्मकार, नगर महामंत्री सन्नी झा, युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष बिट्टू साह, युवा मोर्चा ग्रामीण अध्यक्ष लक्ष्मण झा, अरविंद झा, नागेंद्र सिंह, खोखा सरकार आदि भाजपाई मौजुद रहे।
Leave a Reply