सारस न्यूज, किशनगंज।
मंगलवार को भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर प्रखंड के सभी शिक्षण संस्थानों में शिक्षक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के तैलीय चित्र पर शिक्षकों एवम छात्र – छात्राओं ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोथरा में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहायक शिक्षक चंद्रशेखर द्वारा पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके बताए हुए रास्तो पर चलने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस यानी शिक्षकों का सम्मान दिवस। आचार्य देवो भवः का बोध वाक्य सुनकर हम बड़े हुए हैं। यह दिवस पूरे देश में प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है। यह हमारे देश के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस है। राधाकृष्णन ने चालीस वर्षों तक शिक्षण कार्य किया था। वह महान शिक्षक तो थे ही, साथ ही शिक्षक और छात्रों के उत्तम समन्वयक भी थे।
आदर्श मध्य विद्यालय ठाकुरगंज के प्रधानाध्यापक अब्दुल हमीद ने बच्चों के समक्ष शिक्षक दिवस की महत्ता का विस्तारपूर्वक वृतांत रखते हुए कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षक, दार्शनिक और विद्वान के रूप में अपने उल्लेखनीय कार्य के लिए जाने जाते हैं।
वही शिक्षक प्रदीप्त दत्ता ने बताया कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि जीवन में शिक्षक हमें केवल पढ़ाते ही नहीं है बल्कि हमें जीवन के अनुभवों से गुजरने के दौरान अच्छे-बुरे के बीच फर्क करना भी सिखाते हैं। ये दिन ऐसे शिक्षकों को सम्मान देने का दिन है और जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्ति हेतु गुरु की शरण लेनी ही पड़ती है।
इस अवसर पर मध्य विद्यालय गोथरा प्रधान शिक्षक कन्हैया लाल शर्मा की उपस्थिति में शिक्षिका रिजवी सजेदा बेगम और मोनिका राय के निर्देशन में बच्चों ने एक संक्षिप्त नाटक प्रस्तुत किया। जिसमें एक छात्रा ने शिक्षिका की भूमिका का जबरदस्त तरीके से निर्वहन किया।