किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के पौआखाली थाना के भोलमारा पंचायत के बस्ता गांव में मेची नदी डूबने से एक महिला की मौत हो गई। घटना शुक्रवार की है। मेची नदी पर मवेशी पार करने के दौरान नदी के तेज़ जलधार में बह गई 32 वर्षीय महिला। महिला की पहचान भोलमारा पंचायत के बस्ता गांव उत्तर टोला वार्ड नंबर 11 निवासी के रूप में हुई है। एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर शव को बरामद किया।
ठाकुरगंज के अंचल अधिकारी ओमप्रकाश भगत ने बताया कि घटना शुक्रवार करीब 6:00 बजे के आस पास घटना घटी थी। शनिवार लगभग 24 घंटे बीत जाने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने काफी मशक्कत कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद शव को घटनास्थल से 4 किलोमीटर दूर रुपादह बस्ती से बरामद किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। वही मौके पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर नदी में नाव होता तो महिला की जान बच सकती थी। कई लोगों ने महिला को नदी में डूबते हुए देखा मगर पानी की तेज धार होने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका अगर नाव होती तो महिला की जान बच सकती थी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से नाव मुहैया कराने की मांग की है।
सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के पौआखाली थाना के भोलमारा पंचायत के बस्ता गांव में मेची नदी डूबने से एक महिला की मौत हो गई। घटना शुक्रवार की है। मेची नदी पर मवेशी पार करने के दौरान नदी के तेज़ जलधार में बह गई 32 वर्षीय महिला। महिला की पहचान भोलमारा पंचायत के बस्ता गांव उत्तर टोला वार्ड नंबर 11 निवासी के रूप में हुई है। एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर शव को बरामद किया।
ठाकुरगंज के अंचल अधिकारी ओमप्रकाश भगत ने बताया कि घटना शुक्रवार करीब 6:00 बजे के आस पास घटना घटी थी। शनिवार लगभग 24 घंटे बीत जाने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने काफी मशक्कत कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद शव को घटनास्थल से 4 किलोमीटर दूर रुपादह बस्ती से बरामद किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। वही मौके पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर नदी में नाव होता तो महिला की जान बच सकती थी। कई लोगों ने महिला को नदी में डूबते हुए देखा मगर पानी की तेज धार होने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका अगर नाव होती तो महिला की जान बच सकती थी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से नाव मुहैया कराने की मांग की है।
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