सारस न्यूज, किशनगंज।
निविदा प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए रेलवे बोर्ड ने टेंडर की जगह ई-नीलामी व्यवस्था शुरू की है। रेलवे विभिन्न निर्माण कार्यों का ठेका देने की प्रक्रिया बदल रहा है। अब कार्यों के लिए ई ऑक्शन होगा। नई व्यवस्था में विवाद की गुंजाइश नहीं होगी। अभी तक सील बंद लिफाफे में निविदा डाली जाती थी। निविदा खोलते समय विवाद की स्थिति होती थी। इसको देखते हुए रेलवे ने अब ई ऑक्शन की व्यवस्था शुरू की है। इसके तहत अब ऑनलाइन निलामी की जाएगी। इसमें निविदा डालने वाला अपनी रकम डालेगा। यह अन्य लोगों को भी दिखेगा। ऐसे में ई निलामी की व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी होगी। दूसरी तरफ वाहन स्टैंड आदि के लिए एक दूसरे को देख कर अधिक से अधिक बोली लगाई जाएगी। इससे रेलवे को राजस्व अधिक मिलेगा। उक्त बातों की जानकारी कटिहार डिवीजन के सीएमआई जीमू दत्ता ने दी। रेलवे द्वारा पिछले एक वर्ष पूर्व शुरू की गई इस योजना की जानकारी इच्छुक लोगों तक पहुंचाने को ले सोमवार को ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन में एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस दौरान ठाकुरगंज के दर्जनों लोगों को ई- टेन्डरींग की जानकारी दी गई। इस दौरान सीएमआई जीमू दत्ता ने बताया कि निविदा की प्रक्रिया सरकार के ई-आक्शन प्लेटफार्म पर ई-नीलामी के माध्यम से होती है। नीलामी ने भाग लेने के पूर्व इच्छुक व्यक्ति को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। शर्तें पूरी करने वाला कोई भी व्यक्ति, निजी फर्म, कंपनी और संस्था ई-नीलामी में भाग ले सकती है। उन्होंने बताया की नई व्यवस्था के तहत निविदा के स्थान पर ई-नीलामी का प्रावधान किए जाने से अधिक से अधिक इच्छुक व्यक्ति और फर्म इसमें भाग ले सकें। इच्छुक व्यक्ति, फर्म व संस्था आइआरइपीएस वेबसाइट पर ई-नीलामी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ई-नीलामी में भाग लेने वाले डाकदाता की आवश्यक योग्यता उसका वित्तीय टर्न ओवर होगा, साथ ही स्वघोषित दस्तावेज भी अपलोड करना होगा। इसके लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन आइआरइपीएस वेबसाइट पर करानी होगी। उन्होंने बताया कि रेलवे की ओर से रेलवे स्टेशन और यार्ड, पटरियों की मरम्मत, पुल निर्माण कार्य के साथ ही रेलवे स्टेशन पर दो पहिया, चार पहिया वाहन स्टैंड, आटो स्टैंड, ट्रेनों में पानी भरने, गुड्स ट्रेनों के कोच की मरम्मत, रेलवे अस्पताल में चादर की सफाई, रेलवे स्टेशन पर सफाई सहित अन्य कार्य ठेके पर कराता है। इसके लिए पंजीकृत ठेकेदारों से निविदा आमंत्रित की जाती है। ठेकेदार अब तक निर्धारित तिथि पर सीलबंद लिफाफे में कार्य की बोली की रकम डालता था। निर्धारित तिथि पर निविदा खोली जाती। निर्माण के लिए सबसे कम और स्टैंड आदि के लिए सबसे अधिक रकम की बोली लगाने वाले को ठेका दे दिया जाता है। इस दौरान अक्सर विवाद होता रहा है। निविदा खुलने के दौरान काफी गहमा गहमी की स्थिति को देखते हुए रेलवे ने अब ई ऑक्शन की व्यवस्था शुरू की है। वहीं इस मौके पर रेलवे स्टेशन अधीक्षक मनीष कुमार, स्टेशन मास्टर सोनू चौधरी, अजय कुमार सिंह के अलावे स्थानीय लोग मौजूद रहे।
