रविवार को वैश्विक हाथ धुलाई दिवस के अवसर पर वैश्विक अभियान बीमारी की रोकथाम के प्रमुख कारक के रूप में साबुन से हाथ धोने के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए फ्री विल बैपटिस्ट सोसाइटी के हन्ना प्रोजेक्ट द्वारा अभियान चलाया गया। फ्री विल बैपटिस्ट सोसाइटी के हन्ना प्रोजेक्ट के द्वारा 2023 ग्लोबल हैंडवाशिंग डे थीम स्वच्छ हाथ पहुंच के भीतर हैं के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की गई। ठाकुरगंज प्रखंड के विभिन्न गांवों जैसे धोकोरपेट, पथरिया पंचायत के बरबन्ना, दल्लीगांव पंचायत के काशीबाड़ी आदि में की गई। कार्यक्रम के बाद गांवों के बच्चों और किशोरों को प्रोत्साहित करने के लिए साबुन और चॉकलेट का वितरण किया गया है। इस मौके पर संस्था के समन्वयक सुभाष दास ने बताया कि सही तरीके से हाथ धोने से सांस और आंतों की बीमारियों को 25-50% तक कम किया जा सकता है। कीटाणुओं को फैलने से रोकने और दूर करने के लिए हाथों का साफ होना सबसे उचित और प्रभावी तरीका है। संक्रमणों से बचने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में हाथ की स्वच्छता का पालन करने के लिए दुनिया भर के लोगों को इसके प्रति प्रोत्साहित करने के लिए हर साल यह दिन मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सुझाए गए निर्देश के मुताबिक, हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोना जरूरी है। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रकाश दास, ज्योति बनिक, लुकास टुडू, माहिनूर बेगम, विश्वजीत हलदर, सरवत जहां आदि ने अपनी महती भूमिका निभाई।
सारस न्यूज, किशनगंज।
रविवार को वैश्विक हाथ धुलाई दिवस के अवसर पर वैश्विक अभियान बीमारी की रोकथाम के प्रमुख कारक के रूप में साबुन से हाथ धोने के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए फ्री विल बैपटिस्ट सोसाइटी के हन्ना प्रोजेक्ट द्वारा अभियान चलाया गया। फ्री विल बैपटिस्ट सोसाइटी के हन्ना प्रोजेक्ट के द्वारा 2023 ग्लोबल हैंडवाशिंग डे थीम स्वच्छ हाथ पहुंच के भीतर हैं के साथ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की गई। ठाकुरगंज प्रखंड के विभिन्न गांवों जैसे धोकोरपेट, पथरिया पंचायत के बरबन्ना, दल्लीगांव पंचायत के काशीबाड़ी आदि में की गई। कार्यक्रम के बाद गांवों के बच्चों और किशोरों को प्रोत्साहित करने के लिए साबुन और चॉकलेट का वितरण किया गया है। इस मौके पर संस्था के समन्वयक सुभाष दास ने बताया कि सही तरीके से हाथ धोने से सांस और आंतों की बीमारियों को 25-50% तक कम किया जा सकता है। कीटाणुओं को फैलने से रोकने और दूर करने के लिए हाथों का साफ होना सबसे उचित और प्रभावी तरीका है। संक्रमणों से बचने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में हाथ की स्वच्छता का पालन करने के लिए दुनिया भर के लोगों को इसके प्रति प्रोत्साहित करने के लिए हर साल यह दिन मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सुझाए गए निर्देश के मुताबिक, हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोना जरूरी है। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रकाश दास, ज्योति बनिक, लुकास टुडू, माहिनूर बेगम, विश्वजीत हलदर, सरवत जहां आदि ने अपनी महती भूमिका निभाई।
Leave a Reply