विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया, किशनगंज।
106 लीटर अवैध शराब व हथियार के साथ गिरफ्तार बीएसएफ इंस्पेक्टर वर्दी के आड़ में लंबे समय से सीमांचल के जिलों में शराब की तस्करी को अंजाम देते आ रहा था। पूर्व में उसने कई बार उत्पाद विभाग व पुलिस को चकमा देकर फरार होने में सफल रहा है। उत्पाद विभाग को कुछ समय से बीएसएफ इंस्पेक्टर के द्वारा शराब तस्करी की सूचना मिल रही थी। इससे पहले भी बीएसएफ इंस्पेक्टर उत्पाद विभाग को चकमा देकर फरार हो गया था लेकिन इस बार उत्पाद विभाग ने टाउन थाना पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी कर बीएसएफ इंस्पेक्टर को शराब तस्करी करते दबोच लिया और सलाखों के पीछे भेज दिया।
गिरफ्तार बीएसएफ इंस्पेक्टर कटिहार जिले के बरारी के रहने वाले हैं और इसी का फायदा उठाकर शराब तस्करी सीमांचल के जिलों में कर रहे थे। लंबे समय से बंगाल से शराब लेकर अपने कार पर कभी प्रशासन का बोर्ड तो कभी सीएपीएफ किशनगंज का बोर्ड लगाकर खुद बीएसएफ की वर्दी पहन कर गाड़ी ड्राइव कर शराब तस्करी करते थे और कार के डैशबोर्ड पर अपना लाइसेंसी बंदूक रख देते थे जिससे पुलिस क़ो शराब तस्करी का भनक तक नहीं लगता था।
गिरफ्तार बीएसएफ इंस्पेक्टर का रुतबा ऐसा था कि यदि कोई भी उनकी गाड़ी रुकवा लेता तो अपना आई कार्ड निकाल कर दिखाता और जवाब ऐसा देता कि कोई भी उन पर शक ना कर सके कि वह शराब तस्करी कर रहे हैं इसी कारण से वह लंबे समय से तस्करी कर रहे थे। लेकिन आखिर कब तक वर्दी के आड़ में शराब तस्करी कर पाते आखिर इसकी भनक उत्पाद विभाग और पुलिस को लग गया और शराब तस्करी करते रंगे हाथ पकड़ कर सलाखों के पीछे भेज दिया। ज्ञात हो कि सदर पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने शनिवार को एक कार से शराब ले जा रहे एक बीएसएफ इंस्पेक्टर को 106 लीटर शराब व लाइसेंसी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था। उसके पास से पुलिस ने 8 राउंड गोली, 2126 रुपये नगदी व एक मोबाइल बरामद किया था।
पश्चिम बंगाल के गुप्ता होटल से शराब खरीद कर पहुंचाता था कटिहार
गिरफ्तार बीएसएफ इंस्पेक्टर आलोक कुमार रविकार पिता दामोदर प्रसाद गुरुबाजार बरारी कटिहार के निवासी हैं। पूछताछ में बताया कि रेजीमेंट नंबर 1002582 इंस्पेक्टर के पद पर 94 बटालियन बीएसएफ खगड़ा में पदस्थापित है और अपनी बटालियन से 28 फरवरी 23 से चिकित्सा उपचार हेतु अवकाश में था। बताया बीएसएफ का फुल वर्दी पहनकर शहर से सटे पश्चिम बंगाल के रामपुर स्थित गुप्ता होटल से शराब खरीद कर अपने घर कटिहार जिले में ऊंची कीमत पर बेचता था।
बताया इससे पूर्व भी कई बार अपनी गाड़ी से शराब का खेफ लेकर पूर्णिया और कटिहार में खफा चुके हैं। बीएसएफ इंस्पेक्टर होने के कारण आसानी से शराब लेकर कटिहार पहुंच जाता था कई बार शराब तस्करी करने के बाद मोटी रकम की आदत पकड़ ली थी और अक्सर वर्दी का धौंस और कार में लगा बोर्ड का फायदा उठाकर शराब पहुंचाने लगा।
जम्मू कश्मीर से खरीदा था ऑटोमेटिक पिस्तौल 7•65 एमएम
पुछताछ में बताया अक्सर शराब बंगाल के रामपुर स्थित गुप्ता होटल से खरीद कर अपने कार से कटिहार ले जाते थे। गिरफ्तार इंस्पेक्टर से बरामद लाइसेंसी पिस्तौल के बारे बताया कि वर्ष 2012 में जम्मू कश्मीर से ऑटोमेटिक पिस्तौल 7•65 एमएम खरीदा था। गिरफ्तार बीएसएफ इंस्पेक्टर के विरुद्ध टाउन थाना मे उत्पाद अधिनियम व आर्म्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
वेतन नही मिलने से आर्थिक तंगी के कारण किया शराब का कारोबार
वहीं पुलिस अब घटना के अनुसंधान में जुट गई है। पकड़े गए बीएसएफ इंस्पेक्टर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि बीएसएफ में इंस्पेक्टर के पद पर था।एक डेढ़ वर्षो से अवकाश में रहने के कारण वेतन नहीं मिल रहा था।फिलहाल आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे इसलिए शराब का कारोबार करने लगें। इधर उच्च पद पर तैनात अधिकारी के द्वारा इस प्रकार का कारोबार करने के मामले के उदभेदन से हर कोई हैरान हैं। वही विभागीय अधिकारी भी सकते में है।पुलिस पूरी मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है। पुलिस जांच के बाद कई मामलों से पर्दा उठ सकता है।