शुक्रवार को प्रखंड के बेसरबाटी पंचायत के बुटीझाड़ी में संवैधानिक मूल्यों पर जागरुकता को मजबूत करने के लिए प्रोजेक्ट पोटेंशियल और वी द पीपल के द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न हुआ। 31 अक्टूबर से 2 नवंबर तक चले तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में तीस से भी ज्यादा प्रोजेक्ट पोटेंशियल के कार्यकर्ताओ ने भाग लिया। कार्यशाला के उपरांत प्रतिभागी प्रशिक्षुओं के बीच प्रशिक्षण प्रमाण पत्र दिए गए। इस संबंध में वी द पीपल अभियान की मैनेजिंग ट्रस्टी और प्रशिक्षण कार्यशाला की मास्टर फैसिलिटेटर विनीता गुरसहानी सिंह ने बताया कि बिहार में संवैधानिक जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से वी द पीपल अभियान और प्रोजेक्ट पोटेंशियल ने साथ मिलकर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए साझेदारी की है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य बिहार में युवाओं को सशक्त करने के मुद्दों पर काम कर रहे प्रोजेक्ट पोटेंशियल के कार्यकर्ताओ का क्षमतावर्धन करना है। वहीं प्रोजेक्ट पोटेंशियल के को फाउंडर अबोध कुमार ने बताया कि संवैधानिक मूल्यों और एक न्यायपूर्ण व समतावादी समाज को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट पोटेंशियल ने एक मंच गठित करने की पहल की है। देश में सकारात्मक बदलाव के लिए नागरिकों व समुदायों को सशक्त करने के प्रति यह प्रतिबद्ध है। किशनगंज जिले में विभिन्न क्षेत्रों और पृष्ठभूमियों से आए लोगों की इतनी जीवंत और विविध भागीदारी को देखना सचमुच बोधने वाला रहा है। प्रशिक्षण में युवाओं को सशक्त करने के लिए काम कर रही प्रोजेक्ट पोटेंशियल के कार्यकर्ताओं ने अपनी कठिनाइयों को साझा किया और उसको संविधान का इस्तेमाल करते हुए कैसे समाधान किया जा सके, इस पर गहन चर्चा हुई। इसी दौरान प्रतिभागी प्रशिक्षुओं में काफी बहुत उत्साह दिखाई दिया, जब उन्हें यह समझ आया की संविधान कितना उपयोगी दस्तावेज़ है। उन्होंने बताया कि युवाओं ने संविधान की बातों को न सिर्फ सुना बल्कि उस पर अमल करने की बात भी की और अब यह लोग अपनी युवा क्रांति में संविधानिक मूल्यों की बातें भी करेंगे। कार्यशाला का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि हम अपने कार्यक्षेत्र में संविधान से जुड़ी गतिविधियों को जारी रखेंगे और संविधान से समझ का सफ़र जारी रहेगा। वहीं उक्त तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों के बीच प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए स्थानीय मुखिया अनुपमा ठाकुर ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को जमीनी मुद्दे पहचानने और उनके लिए एक त्वरित प्रभावी कार्यनीति बनाने को प्रोत्साहित करेगा। इसके अलावा प्रतिभागियों को अपने समुदाय से सफलता की कहानियों को दस्तावेज करने और उनके कामों से आ रहे सकारात्मक बदलावों को प्रदर्शित करने के मौके भी होंगे।
इस कार्यशाला को सफल बनाने में ट्रेनर धनंजय कुमार, एसोसिएट प्रोग्राम मैनेजर शुभांगी कुमारी, प्रोग्राम लीडर आरोग्य सामी, यूथ को- ऑर्डिनेटर मधु सोम, भारती ठाकुर, आकृति भारती, रोहित गणेश एवं सविता राज ने अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन किया।
सारस न्यूज, किशनगंज।
शुक्रवार को प्रखंड के बेसरबाटी पंचायत के बुटीझाड़ी में संवैधानिक मूल्यों पर जागरुकता को मजबूत करने के लिए प्रोजेक्ट पोटेंशियल और वी द पीपल के द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न हुआ। 31 अक्टूबर से 2 नवंबर तक चले तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में तीस से भी ज्यादा प्रोजेक्ट पोटेंशियल के कार्यकर्ताओ ने भाग लिया। कार्यशाला के उपरांत प्रतिभागी प्रशिक्षुओं के बीच प्रशिक्षण प्रमाण पत्र दिए गए। इस संबंध में वी द पीपल अभियान की मैनेजिंग ट्रस्टी और प्रशिक्षण कार्यशाला की मास्टर फैसिलिटेटर विनीता गुरसहानी सिंह ने बताया कि बिहार में संवैधानिक जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से वी द पीपल अभियान और प्रोजेक्ट पोटेंशियल ने साथ मिलकर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए साझेदारी की है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य बिहार में युवाओं को सशक्त करने के मुद्दों पर काम कर रहे प्रोजेक्ट पोटेंशियल के कार्यकर्ताओ का क्षमतावर्धन करना है। वहीं प्रोजेक्ट पोटेंशियल के को फाउंडर अबोध कुमार ने बताया कि संवैधानिक मूल्यों और एक न्यायपूर्ण व समतावादी समाज को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट पोटेंशियल ने एक मंच गठित करने की पहल की है। देश में सकारात्मक बदलाव के लिए नागरिकों व समुदायों को सशक्त करने के प्रति यह प्रतिबद्ध है। किशनगंज जिले में विभिन्न क्षेत्रों और पृष्ठभूमियों से आए लोगों की इतनी जीवंत और विविध भागीदारी को देखना सचमुच बोधने वाला रहा है। प्रशिक्षण में युवाओं को सशक्त करने के लिए काम कर रही प्रोजेक्ट पोटेंशियल के कार्यकर्ताओं ने अपनी कठिनाइयों को साझा किया और उसको संविधान का इस्तेमाल करते हुए कैसे समाधान किया जा सके, इस पर गहन चर्चा हुई। इसी दौरान प्रतिभागी प्रशिक्षुओं में काफी बहुत उत्साह दिखाई दिया, जब उन्हें यह समझ आया की संविधान कितना उपयोगी दस्तावेज़ है। उन्होंने बताया कि युवाओं ने संविधान की बातों को न सिर्फ सुना बल्कि उस पर अमल करने की बात भी की और अब यह लोग अपनी युवा क्रांति में संविधानिक मूल्यों की बातें भी करेंगे। कार्यशाला का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि हम अपने कार्यक्षेत्र में संविधान से जुड़ी गतिविधियों को जारी रखेंगे और संविधान से समझ का सफ़र जारी रहेगा। वहीं उक्त तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों के बीच प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए स्थानीय मुखिया अनुपमा ठाकुर ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को जमीनी मुद्दे पहचानने और उनके लिए एक त्वरित प्रभावी कार्यनीति बनाने को प्रोत्साहित करेगा। इसके अलावा प्रतिभागियों को अपने समुदाय से सफलता की कहानियों को दस्तावेज करने और उनके कामों से आ रहे सकारात्मक बदलावों को प्रदर्शित करने के मौके भी होंगे।
इस कार्यशाला को सफल बनाने में ट्रेनर धनंजय कुमार, एसोसिएट प्रोग्राम मैनेजर शुभांगी कुमारी, प्रोग्राम लीडर आरोग्य सामी, यूथ को- ऑर्डिनेटर मधु सोम, भारती ठाकुर, आकृति भारती, रोहित गणेश एवं सविता राज ने अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन किया।
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