सोमवार को ठाकुरगंज क्लब मैदान में आयोजित आज़ादी के 75 साल 75 ध्वजारोहण एक साथ कार्यक्रम में ठाकुरगंज वासियों को संबोधित करते हुए एसएसबी सीमांत मुख्यालय सिलिगुड़ी के आईजी अमित कुमार ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल सेवा, सुरक्षा एवं बंधुत्व के सिद्धांत पर देश की सुरक्षा व सेवा करती हैं। 20 दिसम्बर 1963 की शुरुआत में भारत-चीन युद्ध के बाद एसएसबी का गठन किया गया था। बल का प्राथमिक कार्य भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के लिए सशस्त्र सहायता प्रदान करना था। उस वक्त एसएसबी का उद्देश्य सीमावासियों में राष्ट्रियता की भावना को उत्पन्न करना और प्रतिरोध के लिए अपनी क्षमताओं को विकसित करने में उनकी सहायता करना था। एसएसबी को भारत-नेपाल सीमा (जून, 2001) के लिए बार्डर गार्डिंग फोर्स और लीड इंटेलिजेंस एजेंसी (एलआईए) के रूप में घोषित किया गया था और 1751 किमी नेपाल सीमा और वर्ष 2004 में 699 किमी के भूटान की सीमाओं की रखवाली का काम सौंपा गया था। तभी से बल नेपाल और भूटान से लगने वाली खुली अंतर्राष्टीय सीमा की सुरक्षा एवं प्रबंधन का दायित्व सम्भाल रहा है। इसके अलावा एसएसबी अलग-अलग राज्यों में जैसे जम्मू और कश्मीर में काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन और झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों में भी संलग्न है। यह भारत के विभिन्न हिस्सों में आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों यानी चुनाव कर्तव्यों और कानून व्यवस्था के पालन भी भलीं-भांति कर रहा है।
उन्होंने आज़ादी के अमृत महोत्सव अंर्तगत हर घर तिरंगा अभियान का ज़िक्र किया और लोगों से अपने अपने घरो पर 13 से 15 अगस्त तक तिरंगा लगा कर उन अमर शहीदों को नमन व स्मरण करने का निवेदन किया जिन्होंने देश को आज़ाद कराने में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
इस दौरान 19वीं वाहिनी के कमांडेंट मधुकर अमिताभ, द्वितीय कमान अधिकारी अनूप रोबा कछप, उप कमांडेंट रवि कान्त द्विवेदी, सहायक कमांडेंट जय प्रकाश, ठाकुरगंज क्लब के सुब्रत लाहिड़ी, प्रदीप्त दत्ता, ब्रजेश सिंह आदि मुख्य रूप से मौजूद थे। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में कला एवं संस्कृति मंच ठाकुरगंज के अध्यक्ष कन्हैया लाल महतो, अजय राय, सोहेल रहमानी, अमित सिन्हा, संजय सिन्हा, अतुल सिंह, विशाल राय, वैभव चौधरी, राजू ठाकुर, पुष्पेश सिंह, मयूरेश किसलय, पवन गुप्ता, रमन चौधरी आदि ने अपनी महत्ती भूमिका निभाई।
सारस न्यूज, किशनगंज।
सोमवार को ठाकुरगंज क्लब मैदान में आयोजित आज़ादी के 75 साल 75 ध्वजारोहण एक साथ कार्यक्रम में ठाकुरगंज वासियों को संबोधित करते हुए एसएसबी सीमांत मुख्यालय सिलिगुड़ी के आईजी अमित कुमार ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल सेवा, सुरक्षा एवं बंधुत्व के सिद्धांत पर देश की सुरक्षा व सेवा करती हैं। 20 दिसम्बर 1963 की शुरुआत में भारत-चीन युद्ध के बाद एसएसबी का गठन किया गया था। बल का प्राथमिक कार्य भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के लिए सशस्त्र सहायता प्रदान करना था। उस वक्त एसएसबी का उद्देश्य सीमावासियों में राष्ट्रियता की भावना को उत्पन्न करना और प्रतिरोध के लिए अपनी क्षमताओं को विकसित करने में उनकी सहायता करना था। एसएसबी को भारत-नेपाल सीमा (जून, 2001) के लिए बार्डर गार्डिंग फोर्स और लीड इंटेलिजेंस एजेंसी (एलआईए) के रूप में घोषित किया गया था और 1751 किमी नेपाल सीमा और वर्ष 2004 में 699 किमी के भूटान की सीमाओं की रखवाली का काम सौंपा गया था। तभी से बल नेपाल और भूटान से लगने वाली खुली अंतर्राष्टीय सीमा की सुरक्षा एवं प्रबंधन का दायित्व सम्भाल रहा है। इसके अलावा एसएसबी अलग-अलग राज्यों में जैसे जम्मू और कश्मीर में काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन और झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों में भी संलग्न है। यह भारत के विभिन्न हिस्सों में आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों यानी चुनाव कर्तव्यों और कानून व्यवस्था के पालन भी भलीं-भांति कर रहा है।
उन्होंने आज़ादी के अमृत महोत्सव अंर्तगत हर घर तिरंगा अभियान का ज़िक्र किया और लोगों से अपने अपने घरो पर 13 से 15 अगस्त तक तिरंगा लगा कर उन अमर शहीदों को नमन व स्मरण करने का निवेदन किया जिन्होंने देश को आज़ाद कराने में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
इस दौरान 19वीं वाहिनी के कमांडेंट मधुकर अमिताभ, द्वितीय कमान अधिकारी अनूप रोबा कछप, उप कमांडेंट रवि कान्त द्विवेदी, सहायक कमांडेंट जय प्रकाश, ठाकुरगंज क्लब के सुब्रत लाहिड़ी, प्रदीप्त दत्ता, ब्रजेश सिंह आदि मुख्य रूप से मौजूद थे। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में कला एवं संस्कृति मंच ठाकुरगंज के अध्यक्ष कन्हैया लाल महतो, अजय राय, सोहेल रहमानी, अमित सिन्हा, संजय सिन्हा, अतुल सिंह, विशाल राय, वैभव चौधरी, राजू ठाकुर, पुष्पेश सिंह, मयूरेश किसलय, पवन गुप्ता, रमन चौधरी आदि ने अपनी महत्ती भूमिका निभाई।
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