बुधवार को आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत 19 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल मुख्यालय ठाकुरगंज द्वारा प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विध्यालय ठाकुरगंज में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं को भारतीय ध्वज संहिता 2002 के बारे में जानकारी एवं हर घर तिरंगा अभियान के प्रचार प्रसार के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस दौरान एसएसबी ने भारतीय ध्वज तिरंगे से भावनात्मक लगाव रखने के लिए बताया गया।
एसएसबी के उप निरीक्षक दिनकर कुमार मिश्रा ने बताया कि भारतीय ध्वज संहिता भारतीय ध्वज को फहराने व प्रयोग करने के बारे में दिये गए निर्देश हैं। इस संहिता का आविर्भाव 2002 में किया गया था। भारत का राष्ट्रीय ध्वज, भारत के लोगों की आशाओं और आकाँक्षाओं का प्रतिरूप है। यह राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। सभी के मार्गदर्शन और हित के लिए भारतीय ध्वज संहिता-2002 में सभी नियमों, औपचारिकताओं और निर्देशों को एक साथ लाने का प्रयास किया गया है। ध्वज संहिता-भारत के स्थान पर भारतीय ध्वज संहिता-2002 को 26 जनवरी 2002 से लागू किया गया है।
उक्त कार्यक्रम के दौरान स्कूल की छात्राओं द्वारा भी देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति की गयी। कार्यक्रम को आगे बढाते हुये प्रभारी प्राचार्य मो. नुरुल अबसार, शिक्षक जावेद हुसैन अंसारी, शिक्षिका मधु श्रद्धा व पूर्णिमा कुमारी द्वारा भी सभी छात्राओं को भारतीय ध्वज की महत्ता के बारे में जानकारी प्रदान की गई। तदोपरान्त राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
सारस न्यूज, किशनगंज।
बुधवार को आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत 19 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल मुख्यालय ठाकुरगंज द्वारा प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विध्यालय ठाकुरगंज में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं को भारतीय ध्वज संहिता 2002 के बारे में जानकारी एवं हर घर तिरंगा अभियान के प्रचार प्रसार के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस दौरान एसएसबी ने भारतीय ध्वज तिरंगे से भावनात्मक लगाव रखने के लिए बताया गया।
एसएसबी के उप निरीक्षक दिनकर कुमार मिश्रा ने बताया कि भारतीय ध्वज संहिता भारतीय ध्वज को फहराने व प्रयोग करने के बारे में दिये गए निर्देश हैं। इस संहिता का आविर्भाव 2002 में किया गया था। भारत का राष्ट्रीय ध्वज, भारत के लोगों की आशाओं और आकाँक्षाओं का प्रतिरूप है। यह राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। सभी के मार्गदर्शन और हित के लिए भारतीय ध्वज संहिता-2002 में सभी नियमों, औपचारिकताओं और निर्देशों को एक साथ लाने का प्रयास किया गया है। ध्वज संहिता-भारत के स्थान पर भारतीय ध्वज संहिता-2002 को 26 जनवरी 2002 से लागू किया गया है।
उक्त कार्यक्रम के दौरान स्कूल की छात्राओं द्वारा भी देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति की गयी। कार्यक्रम को आगे बढाते हुये प्रभारी प्राचार्य मो. नुरुल अबसार, शिक्षक जावेद हुसैन अंसारी, शिक्षिका मधु श्रद्धा व पूर्णिमा कुमारी द्वारा भी सभी छात्राओं को भारतीय ध्वज की महत्ता के बारे में जानकारी प्रदान की गई। तदोपरान्त राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
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