सारस न्यूज, किशनगंज।
गुरूवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज के परिसर में 1 जून से 15 जून तक चलने वाले सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम का उद्घाटन कर शुभारंभ किया गया। उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार, सर्विलेंस मेडिकल ऑफिसर डॉ अनिसुर रहमान, डब्ल्यूएचओ के जिला मॉनिटर मो शाद अरशद, डॉ कुमारी संध्यारानी आदि ने बारी बारी से लाभुकों के बीच जिंक टेबलेट एवं ओआरएस का घोल शेशे वितरण कर किया।
इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया कि बाल्यावस्था में पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में करीब 10 फीसदी मौत दस्त से होती है। इसका एकमात्र उपचार ओआरएस घोल एवं जिंक की गोली से किया जा सकता है। इसी से बाल मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। जिसको लेकर डायरिया से बचाव एवं प्रबंधन के संबंध में हरेक वर्ष की भांति इस साल भी सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत सभी घरों में आशा कार्यकर्त्ताओं के द्वारा डायरिया से बचाव हेतु घर-घर जिंक एवं ओआरएस का वितरण किया जाना है।
इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा 1 जून से 15 जून तक चलाया जाएगा जिसमें ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत 57 हजार घरों में 58 हजार बच्चों के बीच घर – घर जिंक और ओआरएस पहुंचाया जाएगा ताकि 0 से 5 साल तक के बच्चे को डायरिया से बचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि जिंक टेबलेट खिलाने की विधि 2 माह से 6 माह के बच्चे को आधा टेबलेट लगातार 14 दिन तक एवं 6 माह से 5 साल तक के बच्चे को एक टेबलेट लगातार 14 दिन तक खिलाना है। ओआरएस घोल बनाने की विधि 1 लीटर शुद्ध पेयजल में एक पैकेट ओआरएसघोल बच्चे को पिलाना है और इसकी अवधि मात्र 24 घंटे की होती है। 24 घंटे के बाद इस घोल को फेंक देना है। पुनः पिलाने के लिए फिर से घोल तैयार करना है।
इस मौके पर बीएचएम बसंत कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के प्रत्येक घरों में ओआरएस के पैकेट को पहुंचाना है। इसके लिए प्रखंड स्तरीय मॉनिटरिंग टीम गठन की गई है। जिसके द्वारा प्रत्येक दिन प्रखंड के सभी क्षेत्रों में मॉनिटरिंग की जाएगी।
इस मौके पर बीएमसी मो एजाज अंसारी, बीसीएम कौशल कुमार सहित एएनएम, आशा कार्यकर्ता व अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजुद थे।