इंडो -नेपाल सीमा पर तैनात 19वीं सशस्त्र सीमा बल बटालियन ठाकुरगंज के कुर्लीकोट कंपनी के खटखटी व तबलभीट्टा बीओपी के जवानों ने संयुक्त कार्रवाई में तस्करी के 12 मवेशी जब्त किए हैं। नेपाल से भारत प्रवेश करने पर एसएसबी द्वारा जब्त उक्त मवेशियों को कागजी कार्यवाही के बाद कुर्लीकोट थाने को सुपुर्द कर दिया। वहीं मौके का फायदा उठाकर तस्कर नेपाल की ओर फरार हो गया। कंपनी के इंस्पेक्टर ने उक्त संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जब खटखटी व तबलभीट्टा बीओपी के जवान संयुक्त रूप से भारत -नेपाल पीलर संख्या 108/06 के समीप गश्त लगा रही थी।
तभी कुछ तस्कर नेपाल से तस्करी के माध्यम से मवेशियों को भारतीय सीमा में प्रवेश कराने के फिराक में थे। लेकिन एसएसबी जवानों पर नजर पड़ते ही फरार हो गए। लेकिन तस्करी के मवेशियो को एसएसबी जवानों ने जब्त कर लिया। इस संबंध में कुर्लीकोट के प्रभारी थानाध्यक्ष रामचंद्र यादव ने बताया कि खटखटी व तबलभीट्टा बीओपी में तैनात एसएसबी ने 12 मवेशियों को जब्त कर कुर्लीकोट थाने के हवाले किया है। जब्त मवेशियों को सुरक्षित स्थान भेजने की प्रक्रिया में पुलिस जुटी हुई है। अज्ञात तस्करों के खिलाफ पशू क्रुरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
इंडो -नेपाल सीमा पर तैनात 19वीं सशस्त्र सीमा बल बटालियन ठाकुरगंज के कुर्लीकोट कंपनी के खटखटी व तबलभीट्टा बीओपी के जवानों ने संयुक्त कार्रवाई में तस्करी के 12 मवेशी जब्त किए हैं। नेपाल से भारत प्रवेश करने पर एसएसबी द्वारा जब्त उक्त मवेशियों को कागजी कार्यवाही के बाद कुर्लीकोट थाने को सुपुर्द कर दिया। वहीं मौके का फायदा उठाकर तस्कर नेपाल की ओर फरार हो गया। कंपनी के इंस्पेक्टर ने उक्त संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जब खटखटी व तबलभीट्टा बीओपी के जवान संयुक्त रूप से भारत -नेपाल पीलर संख्या 108/06 के समीप गश्त लगा रही थी।
तभी कुछ तस्कर नेपाल से तस्करी के माध्यम से मवेशियों को भारतीय सीमा में प्रवेश कराने के फिराक में थे। लेकिन एसएसबी जवानों पर नजर पड़ते ही फरार हो गए। लेकिन तस्करी के मवेशियो को एसएसबी जवानों ने जब्त कर लिया। इस संबंध में कुर्लीकोट के प्रभारी थानाध्यक्ष रामचंद्र यादव ने बताया कि खटखटी व तबलभीट्टा बीओपी में तैनात एसएसबी ने 12 मवेशियों को जब्त कर कुर्लीकोट थाने के हवाले किया है। जब्त मवेशियों को सुरक्षित स्थान भेजने की प्रक्रिया में पुलिस जुटी हुई है। अज्ञात तस्करों के खिलाफ पशू क्रुरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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