प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा करने के लिए लोगों को जागरूक करना है। इसी क्रम में 19वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज की ई समवाय कद्दूभिट्टा के द्वारा 19वीं वाहिनी एसएसबी ठाकुरगंज के कमांडेंट मधुकर अमिताभ दिशा- निर्देश पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय कद्दूभिट्टा और गणेश टोला गाँव में पर्यावरण बचाव अभियान चलाया गया।
सहायक कमान्डेंट चतुर सिंह के द्वारा ग्रामीणों और विधार्थियों को बताया गया कि कुछ दशकों से हमारा पर्यावरण लगातार दूषित हो रहा है, जिससे इस पर रहने वाले जीव-जंतु, जलवायु समेत सभी चीजें प्रदूषित हो रही हैं, जिससे सबके अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। पर्यावरण को बचाने के लिए हमसबों को अधिक से अधिक वृक्षारोपण कार्य करना है। जब भी हम अपना कमरा छोड़ते हैं तो रौशनी बंद करें, जिससे उर्जा बचने में मदद मिल सकती है। यह कार्बन उत्सर्जन और अन्य हानिकारक गैसों को कम करने में भी मदद कर सकता है। इसलिए पर्यावरण की रक्षा करने और गृह को बचाने में मदद करने के लिए अपनी रौशनी बंद कर हम इसमें भागीदार बनें। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस मिशन लाइफ थीम के तहत मनाया जायेगा। मिशन लाइफ का अर्थ ऐसे अभियान से है जिससे पर्यावरण संरक्षण हो, इसमें हर इंसान को अपनी जिम्मेदारी समझने की अपील की गई है। प्लास्टिक बैग प्रकृति में जहर के सामान है लेकिन फिर भी हम उसे धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं। मिशन लाइफ बताता है कि अगर प्लास्टिक छोड़ हम कपड़े का थैला इस्तेमाल करें तो बड़े स्तर पर पर्यावरण को बचा सकते हैं। ऐसे ही ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ियों को स्टार्ट रखना है जिससे तेल की खपत के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान होता है। इसलिए हमेशा ट्रैफिक पर अपनी गाड़ी को बंद रखें। इसके अंतर्गत पानी को बचाने पर भी फोकस किया गया है। आज के समय में जल संकट की स्थिति इतनी भयावह है कि दुनियां में अगली लड़ाई तेल के लिए नहीं बल्कि पानी के लिए हो सकती है। इसलिए जरुरी है कि पानी का संरक्षण करें। अपने जीवन का एक सिद्धांत रखें कि ऐसी जीवनशैली और लाइफस्टाइल को बढ़ावा दें जो पर्यावरण को नुकसान ना पहुंचाए। इस अभियान में उत्क्रमित मध्य विद्यालय कद्दूभिट्टा के छात्र- छात्राएं और गणेश टोला गाँव के गणमान्य ग्रामीणों ने बढ़- चढ़ कर अपनी जिम्मेदारी निभाई।
सारस न्यूज किशनगंज।
प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा करने के लिए लोगों को जागरूक करना है। इसी क्रम में 19वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज की ई समवाय कद्दूभिट्टा के द्वारा 19वीं वाहिनी एसएसबी ठाकुरगंज के कमांडेंट मधुकर अमिताभ दिशा- निर्देश पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय कद्दूभिट्टा और गणेश टोला गाँव में पर्यावरण बचाव अभियान चलाया गया।
सहायक कमान्डेंट चतुर सिंह के द्वारा ग्रामीणों और विधार्थियों को बताया गया कि कुछ दशकों से हमारा पर्यावरण लगातार दूषित हो रहा है, जिससे इस पर रहने वाले जीव-जंतु, जलवायु समेत सभी चीजें प्रदूषित हो रही हैं, जिससे सबके अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। पर्यावरण को बचाने के लिए हमसबों को अधिक से अधिक वृक्षारोपण कार्य करना है। जब भी हम अपना कमरा छोड़ते हैं तो रौशनी बंद करें, जिससे उर्जा बचने में मदद मिल सकती है। यह कार्बन उत्सर्जन और अन्य हानिकारक गैसों को कम करने में भी मदद कर सकता है। इसलिए पर्यावरण की रक्षा करने और गृह को बचाने में मदद करने के लिए अपनी रौशनी बंद कर हम इसमें भागीदार बनें। उन्होंने बताया कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस मिशन लाइफ थीम के तहत मनाया जायेगा। मिशन लाइफ का अर्थ ऐसे अभियान से है जिससे पर्यावरण संरक्षण हो, इसमें हर इंसान को अपनी जिम्मेदारी समझने की अपील की गई है। प्लास्टिक बैग प्रकृति में जहर के सामान है लेकिन फिर भी हम उसे धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं। मिशन लाइफ बताता है कि अगर प्लास्टिक छोड़ हम कपड़े का थैला इस्तेमाल करें तो बड़े स्तर पर पर्यावरण को बचा सकते हैं। ऐसे ही ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ियों को स्टार्ट रखना है जिससे तेल की खपत के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान होता है। इसलिए हमेशा ट्रैफिक पर अपनी गाड़ी को बंद रखें। इसके अंतर्गत पानी को बचाने पर भी फोकस किया गया है। आज के समय में जल संकट की स्थिति इतनी भयावह है कि दुनियां में अगली लड़ाई तेल के लिए नहीं बल्कि पानी के लिए हो सकती है। इसलिए जरुरी है कि पानी का संरक्षण करें। अपने जीवन का एक सिद्धांत रखें कि ऐसी जीवनशैली और लाइफस्टाइल को बढ़ावा दें जो पर्यावरण को नुकसान ना पहुंचाए। इस अभियान में उत्क्रमित मध्य विद्यालय कद्दूभिट्टा के छात्र- छात्राएं और गणेश टोला गाँव के गणमान्य ग्रामीणों ने बढ़- चढ़ कर अपनी जिम्मेदारी निभाई।
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