सारस न्यूज़, ठाकुरगंज: 19वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के क्षेत्रक मुख्यालय, रानीडंगा की राहत एवं बचाव दल (RRT) ने भारी बारिश के कारण बाढ़ से प्रभावित जीरणगच्छ पंचायत के मुर्दाडांगी गाँव से 76 लोगों को सुरक्षित निकाला। इस राहत अभियान का नेतृत्व 19वीं वाहिनी के कमांडेंट श्री स्वर्ण जीत शर्मा के दिशा-निर्देशन में किया गया।
स्थानीय प्रशासन से प्राप्त सूचना के बाद, एसएसबी की राहत और बचाव दल ने तुरंत मुर्दाडांगी गाँव में अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत 67 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया, जिनमें महिलाएँ, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे, जो बाढ़ के कारण गाँव में फंसे हुए थे और सहायता का इंतजार कर रहे थे। लगातार हो रही बारिश और तेज़ बहाव के कारण गाँव के आस-पास की सड़कों और परिवहन मार्गों में पानी भर गया था, जिससे लोगों का बाहर निकलना असंभव हो गया था।
एसएसबी के जवानों ने बिना किसी हिचकिचाहट के इस चुनौतीपूर्ण अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया। अभियान के दौरान पानी का तेज़ बहाव और लगातार बारिश ने मुश्किलें बढ़ा दीं, लेकिन जवानों ने साहस और समर्पण से सभी फंसे हुए व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला।
बचाव कार्य के बाद सभी व्यक्तियों को पास के राहत शिविर में पहुँचाया गया, जहाँ उन्हें खाने-पीने की सामग्री, चिकित्सा सहायता और ठहरने की व्यवस्था की गई।
19वीं वाहिनी के कमांडेंट श्री स्वर्ण जीत शर्मा ने कहा, “इस संकट की घड़ी में हमारा पहला कर्तव्य था कि जितनी जल्दी हो सके लोगों की जान बचाई जाए। हमारे जवानों ने अपने साहस और समर्पण से इस मुश्किल काम को अंजाम दिया है।”
एसएसबी ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत सुरक्षा बलों या स्थानीय प्रशासन को सूचित करें ताकि उन्हें समय पर सहायता मिल सके। इस राहत अभियान ने साबित किया कि एसएसबी न केवल सीमाओं की सुरक्षा करता है, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं के समय भी जनता की सुरक्षा और सहायता के लिए तत्पर रहता है।
सारस न्यूज़, ठाकुरगंज: 19वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के क्षेत्रक मुख्यालय, रानीडंगा की राहत एवं बचाव दल (RRT) ने भारी बारिश के कारण बाढ़ से प्रभावित जीरणगच्छ पंचायत के मुर्दाडांगी गाँव से 76 लोगों को सुरक्षित निकाला। इस राहत अभियान का नेतृत्व 19वीं वाहिनी के कमांडेंट श्री स्वर्ण जीत शर्मा के दिशा-निर्देशन में किया गया।
स्थानीय प्रशासन से प्राप्त सूचना के बाद, एसएसबी की राहत और बचाव दल ने तुरंत मुर्दाडांगी गाँव में अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत 67 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया, जिनमें महिलाएँ, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे, जो बाढ़ के कारण गाँव में फंसे हुए थे और सहायता का इंतजार कर रहे थे। लगातार हो रही बारिश और तेज़ बहाव के कारण गाँव के आस-पास की सड़कों और परिवहन मार्गों में पानी भर गया था, जिससे लोगों का बाहर निकलना असंभव हो गया था।
एसएसबी के जवानों ने बिना किसी हिचकिचाहट के इस चुनौतीपूर्ण अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया। अभियान के दौरान पानी का तेज़ बहाव और लगातार बारिश ने मुश्किलें बढ़ा दीं, लेकिन जवानों ने साहस और समर्पण से सभी फंसे हुए व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला।
बचाव कार्य के बाद सभी व्यक्तियों को पास के राहत शिविर में पहुँचाया गया, जहाँ उन्हें खाने-पीने की सामग्री, चिकित्सा सहायता और ठहरने की व्यवस्था की गई।
19वीं वाहिनी के कमांडेंट श्री स्वर्ण जीत शर्मा ने कहा, “इस संकट की घड़ी में हमारा पहला कर्तव्य था कि जितनी जल्दी हो सके लोगों की जान बचाई जाए। हमारे जवानों ने अपने साहस और समर्पण से इस मुश्किल काम को अंजाम दिया है।”
एसएसबी ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत सुरक्षा बलों या स्थानीय प्रशासन को सूचित करें ताकि उन्हें समय पर सहायता मिल सके। इस राहत अभियान ने साबित किया कि एसएसबी न केवल सीमाओं की सुरक्षा करता है, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं के समय भी जनता की सुरक्षा और सहायता के लिए तत्पर रहता है।
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