वर्ष 2024 तक जिले के सभी 125 पंचायतों में कचरा प्रबंधन प्लांट का निर्माण कार्य पूर्ण करने का मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है। इसकी शुरुआत हो चुकी है । प्रथम चरण में 30 पंचायतों में कार्य शुरू कर दिया गया है। इस वित्तीय वर्ष में 50 और पंचायत को स्वच्छ करने का योजना है। इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा चुका है। प्रथम फेज में चयनित 30 पंचायतों के लिए जैम पोर्टल के माध्यम से उपकरण की खरीददारी की जा चुकी है। प्रत्येक पंचायत में लगभग 10 लाख रुपए खर्च किये जाने की योजना है। जिस पंचायत की आवादी सबसे अधिक है। उस पंचायतों का चयन प्राथमिकता के आधार पर किया गया है।
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने 15 अगस्त को गाछपाड़ा पंचायत में ग्रामीणों के बीच डस्टबिन का वितरण कर स्चच्छता का संदेश दिया है। जिला समन्वयक स्वच्छता संजीव कुमार मिश्रा ने कहा कि मनरेगा योजना से अवशिष्ट प्रबन्धन घर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रथम फेज में चयनित 30 पंचायतों के लिए डस्टबिन, ठेलागाड़ी, ट्राइसाइकिल की खरीददारी हो चुकी है। इसके लिए राशि ग्राम पंचायत को ही मिली है। स्वच्छता कर्मी घर घर से अवशिष्ट संग्रह करने वाले कर्मी का भी चयन ग्राम सभा के माध्यम से किया जा चुका है। 30 पंचायतों में 1006 स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार स्चच्छता अभियान के तहत न सिर्फ गांव स्वच्छ होगा बल्कि स्थानीय युवा को रोजगार भी उपलब्ध होगा।
पंचायत के प्रत्येक वार्ड में दो स्वच्छता कर्मी जो सूखा व गीला कचरा को अलग अलग करेंगे। चार डब्लू पीओ, एक सुपरवाइजर की बहाली ग्राम सभा के माध्यम से होगी। 30 पंचायतों में 1006 लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा। स्वच्छता कर्मी को प्रतिमाह तीन हजार एवं सुपरवाइजर को छह हजार मानदेय दिए जाने का प्रावधान है। 21 पंचायतों में ग्रामसभा का आयोजन कर कर्मियों का चयन किया जा चुका है।
प्रथम फेज में चयनित 30 पंचायतों के 448920 लोगों को मिलेगा योजनाओं का लाभप्रथम फेज में जिले के 30 पंचायतों का चयन किया गया है। 30 पंचायतों के चार लाख 48 हजार 920 लोगों को योजनाओं का लाभ मिलेगा। प्रथम फेज में किशनगंज प्रखण्ड के गाछपाड़ा, बेलवा, चकला, टेउसा व दौला पंचायत, कोचाधामन प्रखण्ड के बगलबाड़ी, डेरामाड़ी, पाटकोइ कला, कुट्टी, बलिया पंचायत, दिघलबैंक प्रखण्ड के धनतोला, सिंघीमारी, जागीर पदमपुर, लक्ष्मीपुर, ताराबाड़ी पदमपुर पंचायत, पोठिया प्रखण्ड के फाला, कस्बा कलियागंज, बुढनयी, सरोगोड़ा पंचायत, बहादुरगंज प्रखण्ड के निशन्द्रा, दुर्गापुर बनगामा, लौचा, डोहर पंचायत, ठाकुरगंज प्रखण्ड के सखुआडाली, भाटगांव, पटेशरी, दल्ले गांव पंचायत एवं टेढ़ागाछ प्रखण्ड के मटियारी, डाकपोखर एवं धवेली पंचायतों का चयन किया गया है।12 हजार 278 शौचालय निर्माण का रखा गया लक्ष्यजिले में इसी वित्तीय वर्ष में 12 हजार 278 शौचालय घर निर्माण का भी लक्ष्य है।
इस योजना में ऐसे लोग शामिल किए गए हैं। जिन्होंने हाल के दिनों में नए घर बनाए हैं। या फिर पिछली योजना में छूट गए हैं। चयनित लाभुकों का पोर्टल पर तेजी से इंट्री किया जा रहा है। इंट्री का कार्य पूर्ण होते ही लाभुकों का सत्यापन किया जाएगा। अगर लाभुक को पिछली योजनाओं में इसका लाभ मिला होगा तो उनको पुनः योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
जिले में बनेगा कचरा पार्कजिला समन्वयक संजीव कुमार मिश्रा ने कहा कि जिले में कचरा पार्क के निर्माण की भी योजना है। डीएम के द्वारा पार्क के लिए जमीन तलाश करने का निर्देश दिया गया है। इस पार्क में सूखे कचरे से कुछ ऐसे सामान को रखा जाएगा जो अद्भुत होगा। या ऐसे सामानों का अस्तित्व विलुप्त होने के कगार पर है। साथ ही फलदार और छायादार पेड़ लगाने की योजना है। जहां लोग जाकर आनंदित महसूस करेंगे।
सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
वर्ष 2024 तक जिले के सभी 125 पंचायतों में कचरा प्रबंधन प्लांट का निर्माण कार्य पूर्ण करने का मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है। इसकी शुरुआत हो चुकी है । प्रथम चरण में 30 पंचायतों में कार्य शुरू कर दिया गया है। इस वित्तीय वर्ष में 50 और पंचायत को स्वच्छ करने का योजना है। इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा चुका है। प्रथम फेज में चयनित 30 पंचायतों के लिए जैम पोर्टल के माध्यम से उपकरण की खरीददारी की जा चुकी है। प्रत्येक पंचायत में लगभग 10 लाख रुपए खर्च किये जाने की योजना है। जिस पंचायत की आवादी सबसे अधिक है। उस पंचायतों का चयन प्राथमिकता के आधार पर किया गया है।
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने 15 अगस्त को गाछपाड़ा पंचायत में ग्रामीणों के बीच डस्टबिन का वितरण कर स्चच्छता का संदेश दिया है। जिला समन्वयक स्वच्छता संजीव कुमार मिश्रा ने कहा कि मनरेगा योजना से अवशिष्ट प्रबन्धन घर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रथम फेज में चयनित 30 पंचायतों के लिए डस्टबिन, ठेलागाड़ी, ट्राइसाइकिल की खरीददारी हो चुकी है। इसके लिए राशि ग्राम पंचायत को ही मिली है। स्वच्छता कर्मी घर घर से अवशिष्ट संग्रह करने वाले कर्मी का भी चयन ग्राम सभा के माध्यम से किया जा चुका है। 30 पंचायतों में 1006 स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार स्चच्छता अभियान के तहत न सिर्फ गांव स्वच्छ होगा बल्कि स्थानीय युवा को रोजगार भी उपलब्ध होगा।
पंचायत के प्रत्येक वार्ड में दो स्वच्छता कर्मी जो सूखा व गीला कचरा को अलग अलग करेंगे। चार डब्लू पीओ, एक सुपरवाइजर की बहाली ग्राम सभा के माध्यम से होगी। 30 पंचायतों में 1006 लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा। स्वच्छता कर्मी को प्रतिमाह तीन हजार एवं सुपरवाइजर को छह हजार मानदेय दिए जाने का प्रावधान है। 21 पंचायतों में ग्रामसभा का आयोजन कर कर्मियों का चयन किया जा चुका है।
प्रथम फेज में चयनित 30 पंचायतों के 448920 लोगों को मिलेगा योजनाओं का लाभप्रथम फेज में जिले के 30 पंचायतों का चयन किया गया है। 30 पंचायतों के चार लाख 48 हजार 920 लोगों को योजनाओं का लाभ मिलेगा। प्रथम फेज में किशनगंज प्रखण्ड के गाछपाड़ा, बेलवा, चकला, टेउसा व दौला पंचायत, कोचाधामन प्रखण्ड के बगलबाड़ी, डेरामाड़ी, पाटकोइ कला, कुट्टी, बलिया पंचायत, दिघलबैंक प्रखण्ड के धनतोला, सिंघीमारी, जागीर पदमपुर, लक्ष्मीपुर, ताराबाड़ी पदमपुर पंचायत, पोठिया प्रखण्ड के फाला, कस्बा कलियागंज, बुढनयी, सरोगोड़ा पंचायत, बहादुरगंज प्रखण्ड के निशन्द्रा, दुर्गापुर बनगामा, लौचा, डोहर पंचायत, ठाकुरगंज प्रखण्ड के सखुआडाली, भाटगांव, पटेशरी, दल्ले गांव पंचायत एवं टेढ़ागाछ प्रखण्ड के मटियारी, डाकपोखर एवं धवेली पंचायतों का चयन किया गया है।12 हजार 278 शौचालय निर्माण का रखा गया लक्ष्यजिले में इसी वित्तीय वर्ष में 12 हजार 278 शौचालय घर निर्माण का भी लक्ष्य है।
इस योजना में ऐसे लोग शामिल किए गए हैं। जिन्होंने हाल के दिनों में नए घर बनाए हैं। या फिर पिछली योजना में छूट गए हैं। चयनित लाभुकों का पोर्टल पर तेजी से इंट्री किया जा रहा है। इंट्री का कार्य पूर्ण होते ही लाभुकों का सत्यापन किया जाएगा। अगर लाभुक को पिछली योजनाओं में इसका लाभ मिला होगा तो उनको पुनः योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
जिले में बनेगा कचरा पार्कजिला समन्वयक संजीव कुमार मिश्रा ने कहा कि जिले में कचरा पार्क के निर्माण की भी योजना है। डीएम के द्वारा पार्क के लिए जमीन तलाश करने का निर्देश दिया गया है। इस पार्क में सूखे कचरे से कुछ ऐसे सामान को रखा जाएगा जो अद्भुत होगा। या ऐसे सामानों का अस्तित्व विलुप्त होने के कगार पर है। साथ ही फलदार और छायादार पेड़ लगाने की योजना है। जहां लोग जाकर आनंदित महसूस करेंगे।