सारस न्यूज, किशनगंज।
प्रखंड क्षेत्र की कनकपुर पंचायत के जामनीगुड़ी गांव की सैंकड़ों की आबादी जलजमाव की चपेट में है। गत दिनों हुए भारी बारिश के कारण लगभग एक सप्ताह से तीन हजार की आबादी वाला जामनीगुड़ी गांव जलजमाव की चपेट में आने से बीमार हो रहा है। इस गांव के लगभग 100 घरों में बारिश का पानी घुसा हुआ है जिस कारण वहां के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जलजमाव की चपेट में रहने से लोगों को घर में रहना दुश्वार हो गया है। कोई अपने दरवाजे पर कोई सड़क पर अपना डेरा डाले हुए है। जलजमाव का मुख्य कारण है कि राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 327 ई के फोरलेन सड़क निर्माण कार्य में संबंधित जलजमाव क्षेत्रों के नाले को बंद कर देने के बाद जल की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं करना। फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य के दौरान जामनीगुड़ी गांव के जलजमाव वाले इस क्षेत्र में नाला नहीं बनाया गया जिस कारण हजारों की आबादी जलजमाव की चपेट से बीमार हो रहे है।
वहीं इस समस्या के निदान के लिए भाजपा के जिला महामंत्री बिजली प्रसाद सिंह के नेतृत्व में अंचल अधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी ठाकुरगंज को लिखित आवेदन देकर जल निकासी के लिए गुहार लगाई गई हैं परंतु आपदा प्रबंधन या अंचल प्रशासन इन पीडि़त परिवारों के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर रहा है। लोगों ने बताया कि गांव 72 घंटे से अधिक समय तक डूबे रहने के बावजूद प्रशासन मौन है।
प्रशासन चाहे तो नाला खोदकर पानी का निकासी कर सकता है। लेकिन, इन पीड़ित परिवारों की सुध लेने वाला कोई भी नहीं। 80 फीसद आबादी चापाकल का प्रदूषित पानी पी रही है। स्थानीय मुखिया भी चुप्पी साधे हुए हैं। प्रशासन भी कुछ नहीं कर पा रहा है। इन समस्याओं के लिए कई लोगों का हस्ताक्षर युक्त आवेदन अंचलाधिकारी को दिया है।वहीं इस संबंध में सीओ ओमप्रकाश भगत ने आश्वस्त किया है कि जामनीगुड़ी गांव के जलजमाव वाले क्षेत्र में जल निकासी की व्यवस्था अविलंब की जाएगी।