बल मुख्यालय, नई दिल्ली के निर्देशानुसार, 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ठाकुरगंज में 26 नवंबर 2024 को “संविधान दिवस” का आयोजन धूमधाम से किया गया। साथ ही, मासिक सैनिक सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यवाहक कमांडेंट अनूप रोबा कच्छप ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “आज हम अपने संविधान को अंगीकार करने की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। यह अवसर हमें भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनके योगदान को नमन करने का अवसर प्रदान करता है। हमारा नारा ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ हमें गर्व और कर्तव्य का बोध कराता है।”
कार्यवाहक कमांडेंट ने बताया कि भारतीय संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र की नींव है। यह समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के आदर्शों पर आधारित है। उन्होंने डॉ. अंबेडकर के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा, “संविधान का प्रभाव उसके लागू करने वालों पर निर्भर करता है। यह हमारा दायित्व है कि हम इसके आदर्शों का पालन करें और अपने कर्तव्यों का निष्ठा से निर्वहन करें।”
संविधान दिवस कार्यक्रम के बाद मासिक सैनिक सम्मेलन की शुरुआत हुई। सम्मेलन का उद्देश्य सैनिकों के बीच समन्वय बढ़ाना, उनकी समस्याओं को सुनना और उनके समाधान हेतु आवश्यक कदम उठाना था। कार्यवाहक कमांडेंट ने सम्मेलन के दौरान कहा, “सशस्त्र सीमा बल न केवल देश की सीमाओं की रक्षा करता है, बल्कि नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे जवानों की निष्ठा और परिश्रम के कारण बल राष्ट्र सेवा के लिए सदैव तत्पर रहता है।” सम्मेलन में जवानों ने अपनी समस्याओं और सुझावों को प्रस्तुत किया। अधिकारियों ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना और उनके समाधान का आश्वासन दिया।
इस दौरान साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने पर भी जोर दिया गया। कार्यक्रम में उप कमांडेंट राजीव शर्मा, सहायक कमांडेंट चतुर सिंह, डॉ. मगराज चौधरी (सहायक कमांडेंट, मेडिकल) वैभव कुमार (सहायक कमांडेंट), निरीक्षक शंकर कुमार मंडल, निरीक्षक बीजेन्द्र कुमार ठाकुर समेत सभी अधीनस्थ अधिकारी और बलकर्मी उपस्थित थे। कार्यक्रम ने जवानों के मनोबल को ऊंचा किया और संविधान की महत्ता के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया।
सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
बल मुख्यालय, नई दिल्ली के निर्देशानुसार, 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ठाकुरगंज में 26 नवंबर 2024 को “संविधान दिवस” का आयोजन धूमधाम से किया गया। साथ ही, मासिक सैनिक सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यवाहक कमांडेंट अनूप रोबा कच्छप ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “आज हम अपने संविधान को अंगीकार करने की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। यह अवसर हमें भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनके योगदान को नमन करने का अवसर प्रदान करता है। हमारा नारा ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ हमें गर्व और कर्तव्य का बोध कराता है।”
कार्यवाहक कमांडेंट ने बताया कि भारतीय संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र की नींव है। यह समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के आदर्शों पर आधारित है। उन्होंने डॉ. अंबेडकर के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा, “संविधान का प्रभाव उसके लागू करने वालों पर निर्भर करता है। यह हमारा दायित्व है कि हम इसके आदर्शों का पालन करें और अपने कर्तव्यों का निष्ठा से निर्वहन करें।”
संविधान दिवस कार्यक्रम के बाद मासिक सैनिक सम्मेलन की शुरुआत हुई। सम्मेलन का उद्देश्य सैनिकों के बीच समन्वय बढ़ाना, उनकी समस्याओं को सुनना और उनके समाधान हेतु आवश्यक कदम उठाना था। कार्यवाहक कमांडेंट ने सम्मेलन के दौरान कहा, “सशस्त्र सीमा बल न केवल देश की सीमाओं की रक्षा करता है, बल्कि नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे जवानों की निष्ठा और परिश्रम के कारण बल राष्ट्र सेवा के लिए सदैव तत्पर रहता है।” सम्मेलन में जवानों ने अपनी समस्याओं और सुझावों को प्रस्तुत किया। अधिकारियों ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना और उनके समाधान का आश्वासन दिया।
इस दौरान साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने पर भी जोर दिया गया। कार्यक्रम में उप कमांडेंट राजीव शर्मा, सहायक कमांडेंट चतुर सिंह, डॉ. मगराज चौधरी (सहायक कमांडेंट, मेडिकल) वैभव कुमार (सहायक कमांडेंट), निरीक्षक शंकर कुमार मंडल, निरीक्षक बीजेन्द्र कुमार ठाकुर समेत सभी अधीनस्थ अधिकारी और बलकर्मी उपस्थित थे। कार्यक्रम ने जवानों के मनोबल को ऊंचा किया और संविधान की महत्ता के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया।
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