सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ठाकुरगंज द्वारा अक्टूबर 2024 को “साइबर सुरक्षा जागरूकता माह” के रूप में चिन्हित किया गया है, और इसी क्रम में 18 अक्टूबर 2024 को कमांडेंट स्वर्ण जीत शर्मा के दिशानिर्देशन में एक विशेष साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला समवाय धनटोला, बाह्य सीमा चौकी बिहारीटोला, सालबाड़ीटोला, समवाय कद्दूवीटा और बाह्य सीमा चौकी आमबारी में कार्यरत सुरक्षा बलों के कर्मियों के लिए आयोजित की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य कर्मियों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें साइबर खतरों से निपटने के लिए सशक्त बनाना था।

इस कार्यशाला का संचालन उप निरीक्षक (संचार) दिनकर कुमार मिश्रा द्वारा किया गया, जिन्होंने साइबर सुरक्षा के विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की। मुख्य बिंदुओं में निम्नलिखित शामिल है:
- साइबर सुरक्षा के आधारभूत सिद्धांत:
कार्यशाला में मजबूत पासवर्ड का उपयोग, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का महत्व, और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया गया। - फिशिंग और साइबर हमलों से बचाव:
फिशिंग, स्कैम ईमेल्स, और सोशल इंजीनियरिंग जैसे खतरों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें कर्मियों को अनजान लिंक या ईमेल पर क्लिक करने से बचने की सलाह दी गई। - सोशल मीडिया और इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग:
सोशल मीडिया पर डेटा शेयर करते समय सावधानी बरतने की महत्ता पर चर्चा की गई, जिससे व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। - डिजिटल फ्रॉड और पहचान चोरी से बचाव:
कर्मियों को डिजिटल फ्रॉड और पहचान की चोरी से बचने के लिए सुझाव दिए गए, खासकर ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन में सतर्कता बरतने पर जोर दिया गया। - साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग:
साइबर अपराध की रिपोर्टिंग की प्रक्रिया और इसके महत्व पर जानकारी दी गई, ताकि किसी भी साइबर घटना के समय उचित कार्रवाई की जा सके।
इस कार्यशाला में निरीक्षक हरदेव सिंह, निरीक्षक दिगर राम सहित 100 बलकर्मियों ने भाग लिया। कार्यशाला के अंत में कर्मियों को साइबर सुरक्षा की जानकारी और डिजिटल उपकरणों के सुरक्षित उपयोग के तरीकों पर प्रशिक्षित किया गया। भविष्य में भी ऐसी कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, ताकि सुरक्षा बलों के कर्मी हमेशा सतर्क और साइबर हमलों से सुरक्षित रहें।