किशनगंज, 10 जुलाई: जिला प्रशासन एवं बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (BSDMA) के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को बहादुरगंज एवं ठाकुरगंज प्रखंडों में एक अहम आपदा-प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य था—डूबने की घटनाओं एवं आकाशीय बिजली (ठनका) से जनहानि की आशंकाओं को कम करना और आपातकालीन स्थिति में सामुदायिक प्रतिक्रिया को सशक्त बनाना।
कार्यक्रम में आपदा प्रबंधन पदाधिकारी श्री आदित्य कुमार सिंह और एसडीआरएफ के सब-इंस्पेक्टर श्री बलराम रॉय विशेष रूप से मौजूद रहे। दोनों अधिकारियों ने प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित आमजनों को सुरक्षा के व्यावहारिक उपाय, बचाव तकनीकें एवं त्वरित प्राथमिक उपचार की जानकारी दी।
जिलाधिकारी श्री विशाल राज के नेतृत्व में जिले में इस वर्ष ठनका एवं जल आपदा की घटनाओं को न्यूनतम करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हीं के निर्देश पर ऐसे जन-जागरूकता अभियान और मॉक ड्रिल नियमित रूप से संचालित किए जा रहे हैं, ताकि आपात स्थिति में जनता की तैयारियों को और मजबूत किया जा सके।
ड्रिल के दौरान विशेष रूप से निम्नलिखित विषयों पर जोर दिया गया: ✔ सुरक्षित स्थानों की पहचान व शीघ्र स्थानांतरण ✔ CPR व प्राथमिक उपचार तकनीक ✔ ठनका से बचाव के उपाय जैसे—खुले स्थानों से बचना, बिजली के उपकरणों का उपयोग न करना ✔ बाढ़ या डूबने की स्थिति में समुदाय आधारित बचाव
इस आयोजन ने ग्रामीण समुदायों में आपदा के प्रति सजगता और तत्परता की भावना को और अधिक सशक्त किया।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज, 10 जुलाई: जिला प्रशासन एवं बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (BSDMA) के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को बहादुरगंज एवं ठाकुरगंज प्रखंडों में एक अहम आपदा-प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य था—डूबने की घटनाओं एवं आकाशीय बिजली (ठनका) से जनहानि की आशंकाओं को कम करना और आपातकालीन स्थिति में सामुदायिक प्रतिक्रिया को सशक्त बनाना।
कार्यक्रम में आपदा प्रबंधन पदाधिकारी श्री आदित्य कुमार सिंह और एसडीआरएफ के सब-इंस्पेक्टर श्री बलराम रॉय विशेष रूप से मौजूद रहे। दोनों अधिकारियों ने प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित आमजनों को सुरक्षा के व्यावहारिक उपाय, बचाव तकनीकें एवं त्वरित प्राथमिक उपचार की जानकारी दी।
जिलाधिकारी श्री विशाल राज के नेतृत्व में जिले में इस वर्ष ठनका एवं जल आपदा की घटनाओं को न्यूनतम करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हीं के निर्देश पर ऐसे जन-जागरूकता अभियान और मॉक ड्रिल नियमित रूप से संचालित किए जा रहे हैं, ताकि आपात स्थिति में जनता की तैयारियों को और मजबूत किया जा सके।
ड्रिल के दौरान विशेष रूप से निम्नलिखित विषयों पर जोर दिया गया: ✔ सुरक्षित स्थानों की पहचान व शीघ्र स्थानांतरण ✔ CPR व प्राथमिक उपचार तकनीक ✔ ठनका से बचाव के उपाय जैसे—खुले स्थानों से बचना, बिजली के उपकरणों का उपयोग न करना ✔ बाढ़ या डूबने की स्थिति में समुदाय आधारित बचाव
इस आयोजन ने ग्रामीण समुदायों में आपदा के प्रति सजगता और तत्परता की भावना को और अधिक सशक्त किया।
Leave a Reply