शादी सहित अन्य कार्यक्रम में डीजे बजाने पर प्रतिबंध लगाने को ले बिरनाबाड़ी गांव के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने छेड़ा अभियान, नियम नहीं मानने पर मिलेगा सामाजिक दंड।
समाज में शादी-ब्याह व खुशी के मौकों पर बैंडबाजाें व डीजे साउंड बजाने पर ठाकुरगंज प्रखंड के चुरली पंचायत के वार्ड नं 3 एवं 4 बिरनाबाड़ी गांव में स्थित मदरसा नूरुल इस्लाम के प्रांगण में बैठक आयोजित कर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रतिबंध लगाया है। इसके लिए समाज के युवाओं ने इसके लिए समाज की बैठक में इसके लिए आवाज उठाई। जिस पर सभी की सहमति से यह निर्णय लिया गया। अब किसी के यहां प्रतिबंध के बावजूद इस तरह का आयोजन होगा तो समाजजन उसे किसी प्रकार का सहयोग नहीं करेंगे।
उक्त बैठक की अध्यक्षता कर रहे मोहम्मद रोक्की ने बताया कि बैठक में सभी ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि जिसके परिवार के शादी – विवाह आदि मौके पर में डीजे साउंड बजाएंगे तो संबंधित क्षेत्र के मस्जिद के काजी निकाह एवं फातेहा वगैरह आदि प्रोग्राम में शामिल नहीं होंगे। समाज के लोगों ने कहा कि इस्लाम में डीजे गाने व नाच यह सब शरीयत में हराम है। समाज के एकरारनामा के खिलाफ करने वाले और डीजे गाने नाच सहित आदि करने वाले परिवार खुद जिम्मेदार होंगे। नियम का उलंघन करने वाले परिवार पर समाज के लोगों के द्वारा 11 हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही इसका उल्लंघन करने वालों के लिए कठोर नियम भी बनाए गए।
चुरली के पैक्स चेयरमैन मोहम्मद फारुक ने सभी उपस्थितों की आम सहमति से शहर मुस्लिम कमेटी ने शादी-ब्याह व खुशी के मौकों पर बैंडबाजे, ढोल ताशे व डीजे साउंड बजाने पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव का स्वागत किया और कहा कि यह समाज के लोगों का बहुत ही अच्छा पहल है कि सामाजिक बुराइयों को रोकने के लिए समाज के लोगों ने अच्छा निर्णय लिया।
इस मौके पर रईसुद्दीन, मो. सलीमुद्दीन, मो. मुस्ताक, मो. अल्ताफ, मो. इशहाक, मो. जमाल, मो. सज्जाद, मो. अमीर, मो. इसराइल, डॉ हबीब, मो मंसुर, मो. मुजक्किर, मो. खुर्शीद, मौलाना गुलाम साबीर, मौलाना सोएब सहित आदि समाज की सभी जमातों के सदर व मेंबरों के साथ मुस्लिम समाज के वरिष्ठ व युवा वर्ग मौजूद थे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
समाज में शादी-ब्याह व खुशी के मौकों पर बैंडबाजाें व डीजे साउंड बजाने पर ठाकुरगंज प्रखंड के चुरली पंचायत के वार्ड नं 3 एवं 4 बिरनाबाड़ी गांव में स्थित मदरसा नूरुल इस्लाम के प्रांगण में बैठक आयोजित कर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रतिबंध लगाया है। इसके लिए समाज के युवाओं ने इसके लिए समाज की बैठक में इसके लिए आवाज उठाई। जिस पर सभी की सहमति से यह निर्णय लिया गया। अब किसी के यहां प्रतिबंध के बावजूद इस तरह का आयोजन होगा तो समाजजन उसे किसी प्रकार का सहयोग नहीं करेंगे।
उक्त बैठक की अध्यक्षता कर रहे मोहम्मद रोक्की ने बताया कि बैठक में सभी ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि जिसके परिवार के शादी – विवाह आदि मौके पर में डीजे साउंड बजाएंगे तो संबंधित क्षेत्र के मस्जिद के काजी निकाह एवं फातेहा वगैरह आदि प्रोग्राम में शामिल नहीं होंगे। समाज के लोगों ने कहा कि इस्लाम में डीजे गाने व नाच यह सब शरीयत में हराम है। समाज के एकरारनामा के खिलाफ करने वाले और डीजे गाने नाच सहित आदि करने वाले परिवार खुद जिम्मेदार होंगे। नियम का उलंघन करने वाले परिवार पर समाज के लोगों के द्वारा 11 हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही इसका उल्लंघन करने वालों के लिए कठोर नियम भी बनाए गए।
चुरली के पैक्स चेयरमैन मोहम्मद फारुक ने सभी उपस्थितों की आम सहमति से शहर मुस्लिम कमेटी ने शादी-ब्याह व खुशी के मौकों पर बैंडबाजे, ढोल ताशे व डीजे साउंड बजाने पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव का स्वागत किया और कहा कि यह समाज के लोगों का बहुत ही अच्छा पहल है कि सामाजिक बुराइयों को रोकने के लिए समाज के लोगों ने अच्छा निर्णय लिया।
इस मौके पर रईसुद्दीन, मो. सलीमुद्दीन, मो. मुस्ताक, मो. अल्ताफ, मो. इशहाक, मो. जमाल, मो. सज्जाद, मो. अमीर, मो. इसराइल, डॉ हबीब, मो मंसुर, मो. मुजक्किर, मो. खुर्शीद, मौलाना गुलाम साबीर, मौलाना सोएब सहित आदि समाज की सभी जमातों के सदर व मेंबरों के साथ मुस्लिम समाज के वरिष्ठ व युवा वर्ग मौजूद थे।
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