सारस न्यूज, किशनगंज।
सार्वजनिक लाहिड़ी पूजा मंडप अपनी स्थापना के 101वें वर्ष के दुर्गा पूजनोत्सव में महासप्तमी, महाष्टमी एवं महानवमी तक लगातार तीन दिनों तक संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रत्येक दिन कई कालकारो ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। उक्त तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ लाहिड़ी परिवार के वयोवृद्ध सदस्यों के द्वारा किये गए दीप प्रज्वलन से हुआ। उन्होंने महोत्सव को आपसी एकता व भाईचारे को मजबूत करने के साथ सांस्कृतिक परंपरा का ध्वज वाहक बताया। कार्यक्रम के पहले दिन बंगाल की मशहूर गायिका सुमा साह पाल ने जो 1994 में राज्यस्तरीय संगीत एकेडमी के कार्यक्रम में विजेता रही, सुमा आकाशवाणी और दूरदर्शन में भी अपनी प्रस्तुति देती है, इनकी प्रस्तुति ने लोगो को मनमोह लिया। सुमा साह पाल ने रविन्द्र संगीत के जरिये मां दुर्गा की अराधना की।

इस दौरान कई कलाकरों में अपनी कला का प्रदर्शन किया। वही आयोजक परिवार के सदस्य जयंतो लाहिड़ी ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया। इसके पहले संतोना लाहिड़ी, शेखर चन्द्र केजड़ीवाल और शोबित लाहिड़ी ने द्वीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। वही दुसरे दिन लाहिड़ी पूजा मंडप में माता का दरबार सजा और कानकी के गायक सुधीर सिंह ने माता के भजनों से लोगो का मन मोहा। वही तीसरे और अंतिम दिन स्थानीय कालकारो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस दौरान लखनऊ से आये शोभित लाहिड़ी ने गीत माला प्रस्तुत कर लोगो का मन मोह लिया। तीनो दिन बड़ी संख्या में लोगो ने जमकर लुत्फ़ उठाया ।

इस दौरान महोत्सव समिति अध्यक्ष जयंतो लाहिड़ी ने अतिथियों का स्वागत किया। वही कार्यक्रम को सफल बनाने में सुब्रतो लाहिड़ी , प्रदीप दत्ता, विकास पाल, हेमंती लाहिड़ी, चित्राली लाहिड़ी, तरुण साह, बाप्पी सरकार आदि ने सक्रीय भूमिका निभाई। मंच संचालन जयदीप बनर्जी अपनी भुमिका को बखूबी अंजाम दिया।