बिहार सरकार की जमीन पर बसे व्यक्तियों से बेसरवट्टी पंचायत के मुखिया एवं उनके गैंग के द्वारा रंगदारी वसूल करने का उप मुखिया ने लगाया आरोप, मंत्री सहित डीएम से की शिकायत।
इन दोनों ठाकुरगंज प्रखंड के ग्राम पंचायत बेसरवट्टी के मुखिया अनुपम ठाकुर व उप मुखिया रंजन कुमार उर्फ चिम्पू दोनों प्रतिनिधि एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में ही उलझे हुए हैं। ऐसे में पंचायत का विकास और पंचायत के लोगों की समस्या का समाधान कैसे होगा? जब एक ही पंचायत मुखिया व उप मुखिया दोनों ही आपस में एक दूसरे के खिलाफ विभाग और जिले में शिकायत करने में लगे हुए हैं। मुखिया अनुपम ठाकुर ने बिहार सरकार जमीन पर अवैध कब्जा कर पक्का भवन निर्माण करने का उप मुखिया पर आरोप लगाया तो वहीं उप मुखिया ने मुखिया व मुखिया पति एवं उनके गैंगों पर रंगदारी वसूलने का आरोप लगाया। दरअसल बेसरवट्टी पंचायत के उप मुखिया रंजन कुमार उर्फ चिम्पू पर आरोप लगाते हुए पंचायत की वार्ड नंबर 8 चुरलीहाट बादल चौक के समीप राजकीय पॉलिटेक्निक व आईटीआई जान वालीं मुख्यमंत्री सड़क के किनारे बहने वाली बूढ़ीडांगी नदी के बिहार सरकार की जमीन पर नदी को अवरुद्ध कर पक्का घर निर्माण पर रोक लगाने के लिए मुखिया अनुपम ठाकुर ने राजस्व विभाग के मंत्री वह डीएम सहित आंचल स्तरीय पदाधिकारी को आवेदन दिया है एवं अभिलंब उक्त स्थान पर पक्का भवन निर्माण कार्य पर रोक लगाने की मांग की है। तो वहीं बेसरवट्टी पंचायत के उप मुखिया रंजन कुमार उर्फ चिम्पू ने मुखिया के शिक्षक पति एवं उनके गैंगों के द्वारा चुरली में बिहार सरकार की जमीन पर बसे निवासियों से रंगदारी वसूलने हेतु भयादोहन करने सहित रंगदारी न देने वालों को धमकी देने का मुखिया व मुखिया के शिक्षक पति एवं उनके (गैंगों) यानी टीम पर आरोप लगाते हुए राजस्व विभाग के मंत्री व डीएम सहित अन्य जिला के व अंचल स्तरीय पदाधिकारी के नाम आवेदन दिया है। उप मुखिया रंजन कुमार उर्फ चिम्पू ने बताया कि ग्राम पंचायत बेसरवट्टी वार्ड नंबर 8 चुरली, बादल चौक कॉलोनी के बिहार सरकार के जमीन पर वर्षों से बेस निवासीगण है। हमलोग 150 से अधिक भूमिहीन परिवार यहां बस कर रोजी-रोटी कमाते हैं और जीवन यापन वर्षों से करते आ रहे हैं। जब से हमारे पंचायत की मुखिया अनुपम ठाकुर बनी है तो उनके शिक्षक पति बिमलेश कुमार बिहार सरकार और पंचायत की सरकारी जमीन को अपना निजी संपत्ति समझते हैं और उसी अनुरूप तानाशाही, व्यवहार ये अपने गैंगों यानी (टीम) मो इजरायल इत्यादि के साथ मिलकर करते हैं और रंगदारी वसूलते हैं। जो व्यक्ति इन्हें रंगदारी नहीं देता है उन्हें स्वयं एवं अधिकारियों को आवेदन देकर परेशान करते हैं। सभी का बराबर अधिकार है किंतु जो इनको रंगदारी देते हैं इनके अनुकूल रहते हैं उन्हें स्वयं खड़े होकर अवैध निर्माण करने देते हैं और जो उनके विरुद्ध होते हैं चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करते हैं। हाल में भी लंबा चौड़ा अवैध निर्माण कर रहे हैं, और जो घर बनाकर वर्षों से निवास कर रहे हैं चिन्हित कर उन्हें अपने आवास की मरम्मत भी नहीं करने देते जैसे हाल ही में मुखिया के शिक्षक पति बिमलेश ठाकुर व मोहम्मद इसराइल ने भवदीय को आवेदन देकर निर्माण पर रोक लगाने हेतु लिखा है, यह कृत्य घोर मनमाना, अन्यायपूर्ण एवं तानाशाही और पद का दुरुपयोग है। ज्ञातव्य हो कि अभी फरवरी 2024 में ही T20 क्रिकेट ट्रोफी को भी रंगदारी नही देने और इनलोगों की जी हुजूरी नहीं करने के कारण मुखिया अपने लेटर पैड पर पत्र निकालकर अरंगा भी लगा चुके हैं। उप मुखिया के द्वारा दिए गए आवेदन में दर्जनों ग्रामीणों ने हस्ताक्षर कर विभागीय मंत्री जिले के डीएम एवं अन्य को आवेदन दिया है। वहीं इन सारे मामलों पर जब पंचायत की मुखिया अनुपम ठाकुर से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका फोन बंद बताया गया।
सारस न्यूज़, ठाकुरगंज, किशनगंज।
इन दोनों ठाकुरगंज प्रखंड के ग्राम पंचायत बेसरवट्टी के मुखिया अनुपम ठाकुर व उप मुखिया रंजन कुमार उर्फ चिम्पू दोनों प्रतिनिधि एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में ही उलझे हुए हैं। ऐसे में पंचायत का विकास और पंचायत के लोगों की समस्या का समाधान कैसे होगा? जब एक ही पंचायत मुखिया व उप मुखिया दोनों ही आपस में एक दूसरे के खिलाफ विभाग और जिले में शिकायत करने में लगे हुए हैं। मुखिया अनुपम ठाकुर ने बिहार सरकार जमीन पर अवैध कब्जा कर पक्का भवन निर्माण करने का उप मुखिया पर आरोप लगाया तो वहीं उप मुखिया ने मुखिया व मुखिया पति एवं उनके गैंगों पर रंगदारी वसूलने का आरोप लगाया। दरअसल बेसरवट्टी पंचायत के उप मुखिया रंजन कुमार उर्फ चिम्पू पर आरोप लगाते हुए पंचायत की वार्ड नंबर 8 चुरलीहाट बादल चौक के समीप राजकीय पॉलिटेक्निक व आईटीआई जान वालीं मुख्यमंत्री सड़क के किनारे बहने वाली बूढ़ीडांगी नदी के बिहार सरकार की जमीन पर नदी को अवरुद्ध कर पक्का घर निर्माण पर रोक लगाने के लिए मुखिया अनुपम ठाकुर ने राजस्व विभाग के मंत्री वह डीएम सहित आंचल स्तरीय पदाधिकारी को आवेदन दिया है एवं अभिलंब उक्त स्थान पर पक्का भवन निर्माण कार्य पर रोक लगाने की मांग की है। तो वहीं बेसरवट्टी पंचायत के उप मुखिया रंजन कुमार उर्फ चिम्पू ने मुखिया के शिक्षक पति एवं उनके गैंगों के द्वारा चुरली में बिहार सरकार की जमीन पर बसे निवासियों से रंगदारी वसूलने हेतु भयादोहन करने सहित रंगदारी न देने वालों को धमकी देने का मुखिया व मुखिया के शिक्षक पति एवं उनके (गैंगों) यानी टीम पर आरोप लगाते हुए राजस्व विभाग के मंत्री व डीएम सहित अन्य जिला के व अंचल स्तरीय पदाधिकारी के नाम आवेदन दिया है। उप मुखिया रंजन कुमार उर्फ चिम्पू ने बताया कि ग्राम पंचायत बेसरवट्टी वार्ड नंबर 8 चुरली, बादल चौक कॉलोनी के बिहार सरकार के जमीन पर वर्षों से बेस निवासीगण है। हमलोग 150 से अधिक भूमिहीन परिवार यहां बस कर रोजी-रोटी कमाते हैं और जीवन यापन वर्षों से करते आ रहे हैं। जब से हमारे पंचायत की मुखिया अनुपम ठाकुर बनी है तो उनके शिक्षक पति बिमलेश कुमार बिहार सरकार और पंचायत की सरकारी जमीन को अपना निजी संपत्ति समझते हैं और उसी अनुरूप तानाशाही, व्यवहार ये अपने गैंगों यानी (टीम) मो इजरायल इत्यादि के साथ मिलकर करते हैं और रंगदारी वसूलते हैं। जो व्यक्ति इन्हें रंगदारी नहीं देता है उन्हें स्वयं एवं अधिकारियों को आवेदन देकर परेशान करते हैं। सभी का बराबर अधिकार है किंतु जो इनको रंगदारी देते हैं इनके अनुकूल रहते हैं उन्हें स्वयं खड़े होकर अवैध निर्माण करने देते हैं और जो उनके विरुद्ध होते हैं चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करते हैं। हाल में भी लंबा चौड़ा अवैध निर्माण कर रहे हैं, और जो घर बनाकर वर्षों से निवास कर रहे हैं चिन्हित कर उन्हें अपने आवास की मरम्मत भी नहीं करने देते जैसे हाल ही में मुखिया के शिक्षक पति बिमलेश ठाकुर व मोहम्मद इसराइल ने भवदीय को आवेदन देकर निर्माण पर रोक लगाने हेतु लिखा है, यह कृत्य घोर मनमाना, अन्यायपूर्ण एवं तानाशाही और पद का दुरुपयोग है। ज्ञातव्य हो कि अभी फरवरी 2024 में ही T20 क्रिकेट ट्रोफी को भी रंगदारी नही देने और इनलोगों की जी हुजूरी नहीं करने के कारण मुखिया अपने लेटर पैड पर पत्र निकालकर अरंगा भी लगा चुके हैं। उप मुखिया के द्वारा दिए गए आवेदन में दर्जनों ग्रामीणों ने हस्ताक्षर कर विभागीय मंत्री जिले के डीएम एवं अन्य को आवेदन दिया है। वहीं इन सारे मामलों पर जब पंचायत की मुखिया अनुपम ठाकुर से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका फोन बंद बताया गया।
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