महिला सीओ के खिलाफ विधायक ने कहा, पहली बात तो यह कि वहां मैडम दुपट्टा ओढ़ती ही नहीं है, भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना अत्यंत निंदनीय है।
ठाकुरगंज के विधायक साऊद आलम ने दिघलबैंक की महिला पदाधिकारी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए विवादित बयान दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान दिघलबैंक अंचल की महिला सीओ के संदर्भ में कहा, “पहली बात तो यह कि वहां मैडम दुपट्टा ही नहीं ओढ़ती है, पता नहीं उस दिन कैसे जानबूझकर दुपट्टा लेकर आईं।”
विधायक का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद इसकी तीव्र आलोचना शुरू हो गई। भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशांत गोप ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।उन्होंने कहा, “किसी बड़े पद पर आसीन क्षेत्र के विधायक द्वारा महिला पदाधिकारी के बारे में इस प्रकार की अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना अत्यंत निंदनीय है। उन्हें इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।”
गौरतलब है कि दिघलबैंक की महिला अंचल अधिकारी इन दिनों चर्चा में हैं। उन्होंने पंचायत के मुखिया और उनके सहयोगियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने सहित अन्य मामलों को लेकर प्राथमिक शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद मुखिया संघ के शिष्टमंडल ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल को आवेदन देकर उक्त अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।विधायक के बयान और महिला अधिकारी के खिलाफ हो रहे विवाद से क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गर्म है।
सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
ठाकुरगंज के विधायक साऊद आलम ने दिघलबैंक की महिला पदाधिकारी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए विवादित बयान दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान दिघलबैंक अंचल की महिला सीओ के संदर्भ में कहा, “पहली बात तो यह कि वहां मैडम दुपट्टा ही नहीं ओढ़ती है, पता नहीं उस दिन कैसे जानबूझकर दुपट्टा लेकर आईं।”
विधायक का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद इसकी तीव्र आलोचना शुरू हो गई। भाजपा के जिलाध्यक्ष सुशांत गोप ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।उन्होंने कहा, “किसी बड़े पद पर आसीन क्षेत्र के विधायक द्वारा महिला पदाधिकारी के बारे में इस प्रकार की अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना अत्यंत निंदनीय है। उन्हें इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।”
गौरतलब है कि दिघलबैंक की महिला अंचल अधिकारी इन दिनों चर्चा में हैं। उन्होंने पंचायत के मुखिया और उनके सहयोगियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने सहित अन्य मामलों को लेकर प्राथमिक शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद मुखिया संघ के शिष्टमंडल ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल को आवेदन देकर उक्त अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।विधायक के बयान और महिला अधिकारी के खिलाफ हो रहे विवाद से क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गर्म है।
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