ठाकुरगंज में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने तथा चुरली हाट में नवनिर्मित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को चालू करने को ले द्वय भाजपा प्रवक्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा ज्ञापन।
ठाकुरगंज में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु जिला भाजपा प्रवक्ता कौशल किशोर सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुए भाजपा प्रवक्ता कौशल किशोर सिंह ने बताया कि ठाकुरगंज प्रखंड की कुल आबादी लगभग चार लाख है, किंतु स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में यहां गंभीर अभाव देखा जा रहा है। प्रखंड मुख्यालय पर संचालित एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में स्वीकृत पदों की तुलना में चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या अत्यंत कम है। वर्तमान में मात्र दो एमबीबीएस चिकित्सक कार्यरत हैं, जिनमें से एक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में विभागीय कार्यों में व्यस्त रहते हैं। फलस्वरूप, सीएचसी में चिकित्सीय स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता प्रभावित होती है।
सीएचसी ठाकुरगंज में प्रतिदिन बड़ी संख्या में महिलाएं संस्थागत प्रसव हेतु आती हैं, परंतु वहाँ एक भी स्त्री रोग विशेषज्ञ (गायनोकॉलजिस्ट) की पदस्थापना नहीं होने के कारण कई गंभीर प्रसव मामलों में महिलाओं को निजी नर्सिंग होम का सहारा लेना पड़ता है अथवा अन्य केंद्रों में रेफर कर दिया जाता है, जिससे गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों पर आर्थिक और मानसिक बोझ बढ़ता है।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त, सीएचसी में दो वर्षों से एक्स-रे मशीन उपलब्ध होने के बावजूद कार्यकारी एजेंसी द्वारा इंस्टालेशन न किए जाने के कारण आमजनता इस सुविधा से वंचित है और निजी प्रतिष्ठानों में जाकर अतिरिक्त व्यय करने को विवश है।
उन्होंने बताया कि ठाकुरगंज प्रखंड में सात अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत हैं, किंतु पौआखाली को छोड़कर अन्य केंद्र – जैसे गलगलिया, चुरली हाट, रूईधासा, रसिया आदि – में संचालन प्रारंभ नहीं हो सका है, जबकि आधारभूत संरचनाएं पहले से ही उपलब्ध हैं। इससे ग्रामीण जनता को प्राथमिक इलाज के लिए सीएचसी ठाकुरगंज तक लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, जो कि आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से अत्यंत कष्टप्रद है। इसलिए जनहित में ठाकुरगंज प्रखंड में सीएचसी ठाकुरगंज में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों की पूर्ण पदस्थापना, गायनोकॉलजिस्ट की तात्कालिक नियुक्ति, एक्स-रे मशीन का शीघ्र इंस्टालेशन, स्वीकृत सभी एपीएचसी का नियमित संचालन सुनिश्चित कराना आदि स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने हेतु त्वरित विभागीय कार्रवाई करने की कृपा की जाए।
वही दूसरी ओर चुरली हाट में नवनिर्मित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को चालू करने के सम्बन्ध में भाजपा के जिला प्रवक्ता अरुण कुमार सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुए भाजपा प्रवक्ता अरुण कुमार सिंह ने बताया कि ठाकुरगंज प्रखंड क्षेत्र में स्थित चुरली हाट, बेसरबाटी, पथरिया एवं कुकुरबाघी, इन तीन पंचायतों का प्रमुख केंद्र है। परंतु यहां की स्वास्थ्य सेवाएं अत्यंत दयनीय स्थिति में हैं। चुरली हाट में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निर्माण जनसुविधा की दृष्टि से एक सराहनीय पहल रही, किंतु खेदजनक है कि निर्माण कार्य पूर्ण हुए एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी यह केंद्र अब तक क्रियाशील नहीं हो पाया है। परिणामस्वरूप, हजारों स्थानीय निवासियों को आवश्यक चिकित्सा सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इन पंचायतों में बड़ी संख्या में आदिवासी, दलित, महादलित एवं अति पिछड़ा वर्ग के लोग निवास करते हैं, जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं। केंद्र के चालू न होने के कारण उन्हें सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज हेतु जाना पड़ता है। इसलिए चुरली हाट स्थित इस नवनिर्मित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को शीघ्र चालू करने हेतु आवश्यक प्रशासनिक कदम उठाई जाए ताकि क्षेत्रीय जनता को उनके समीप ही सुलभ व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
वहीं इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने द्वय नेताओं को आश्वस्त किया कि उक्त मामले का जल्द समाधान कर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
सारस न्यूज, किशनगंज।
ठाकुरगंज में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु जिला भाजपा प्रवक्ता कौशल किशोर सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुए भाजपा प्रवक्ता कौशल किशोर सिंह ने बताया कि ठाकुरगंज प्रखंड की कुल आबादी लगभग चार लाख है, किंतु स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में यहां गंभीर अभाव देखा जा रहा है। प्रखंड मुख्यालय पर संचालित एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में स्वीकृत पदों की तुलना में चिकित्सकों एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या अत्यंत कम है। वर्तमान में मात्र दो एमबीबीएस चिकित्सक कार्यरत हैं, जिनमें से एक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में विभागीय कार्यों में व्यस्त रहते हैं। फलस्वरूप, सीएचसी में चिकित्सीय स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता प्रभावित होती है।
सीएचसी ठाकुरगंज में प्रतिदिन बड़ी संख्या में महिलाएं संस्थागत प्रसव हेतु आती हैं, परंतु वहाँ एक भी स्त्री रोग विशेषज्ञ (गायनोकॉलजिस्ट) की पदस्थापना नहीं होने के कारण कई गंभीर प्रसव मामलों में महिलाओं को निजी नर्सिंग होम का सहारा लेना पड़ता है अथवा अन्य केंद्रों में रेफर कर दिया जाता है, जिससे गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों पर आर्थिक और मानसिक बोझ बढ़ता है।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त, सीएचसी में दो वर्षों से एक्स-रे मशीन उपलब्ध होने के बावजूद कार्यकारी एजेंसी द्वारा इंस्टालेशन न किए जाने के कारण आमजनता इस सुविधा से वंचित है और निजी प्रतिष्ठानों में जाकर अतिरिक्त व्यय करने को विवश है।
उन्होंने बताया कि ठाकुरगंज प्रखंड में सात अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत हैं, किंतु पौआखाली को छोड़कर अन्य केंद्र – जैसे गलगलिया, चुरली हाट, रूईधासा, रसिया आदि – में संचालन प्रारंभ नहीं हो सका है, जबकि आधारभूत संरचनाएं पहले से ही उपलब्ध हैं। इससे ग्रामीण जनता को प्राथमिक इलाज के लिए सीएचसी ठाकुरगंज तक लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, जो कि आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से अत्यंत कष्टप्रद है। इसलिए जनहित में ठाकुरगंज प्रखंड में सीएचसी ठाकुरगंज में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों की पूर्ण पदस्थापना, गायनोकॉलजिस्ट की तात्कालिक नियुक्ति, एक्स-रे मशीन का शीघ्र इंस्टालेशन, स्वीकृत सभी एपीएचसी का नियमित संचालन सुनिश्चित कराना आदि स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने हेतु त्वरित विभागीय कार्रवाई करने की कृपा की जाए।
वही दूसरी ओर चुरली हाट में नवनिर्मित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को चालू करने के सम्बन्ध में भाजपा के जिला प्रवक्ता अरुण कुमार सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुए भाजपा प्रवक्ता अरुण कुमार सिंह ने बताया कि ठाकुरगंज प्रखंड क्षेत्र में स्थित चुरली हाट, बेसरबाटी, पथरिया एवं कुकुरबाघी, इन तीन पंचायतों का प्रमुख केंद्र है। परंतु यहां की स्वास्थ्य सेवाएं अत्यंत दयनीय स्थिति में हैं। चुरली हाट में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निर्माण जनसुविधा की दृष्टि से एक सराहनीय पहल रही, किंतु खेदजनक है कि निर्माण कार्य पूर्ण हुए एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी यह केंद्र अब तक क्रियाशील नहीं हो पाया है। परिणामस्वरूप, हजारों स्थानीय निवासियों को आवश्यक चिकित्सा सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इन पंचायतों में बड़ी संख्या में आदिवासी, दलित, महादलित एवं अति पिछड़ा वर्ग के लोग निवास करते हैं, जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं। केंद्र के चालू न होने के कारण उन्हें सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज हेतु जाना पड़ता है। इसलिए चुरली हाट स्थित इस नवनिर्मित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को शीघ्र चालू करने हेतु आवश्यक प्रशासनिक कदम उठाई जाए ताकि क्षेत्रीय जनता को उनके समीप ही सुलभ व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
वहीं इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने द्वय नेताओं को आश्वस्त किया कि उक्त मामले का जल्द समाधान कर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएगी।