राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
एक और देश व राज्य में स्वच्छता को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, आम लोगों के साथ-साथ पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि स्वच्छता का पाठ आमजनों को पढ़ा रहे है तो कहीं दूसरी और शहर में हर जगह कचरे का अंबार लगा हुआ दिख रहा है। लोग गंदगी से होकर चलने को मजबूर हैं। स्वच्छता को लेकर किशनगंज नगर परिषद के द्वारा आरईइस क्लीनिंग सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को किशनगंज शहर में बेहतर साफ-सफाई को लेकर ठेका दिया गया है। लेकिन शहर में साफ-सफाई की स्थिति अच्छी नहीं है। शहर के नेमीचंद रोड, महावीर मार्ग रोड, धर्मशाला रोड, गांधी चौक, पश्चिम पाली, सुभाष पल्ली, लोहार पट्टी रोड, एवं कई गली मोहल्ले में कूड़े का अंबार लगा हुआ है, आम लोग कूड़े-कचरे वाले सड़क से गुजरने पर मजबूर है। यंत्र तंत्र कूड़ा कचरा फैलाकर शहर की सूरत बिगाड दी है। मुख्य पथ के किनारे चौक चौराहों पर जमा कचरा लोगों के लिए कष्टप्रद स्थिति उत्पन्न कर रहा है। शहर के गली मुहल्ले में कचरा जमा करने के लिए डस्टबीन लगाया गया है। नगर परिषद द्वारा डोर टू डोर डस्टबीन लगाया गया। इसके बावजूद चौक चौराहे पर कचरे का अंबार लगा है। शहर से कूड़ा निस्तारण का कोई ठोस इंतजाम सालों बाद नहीं हो पाया है। नगर प्रशासन शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने में नाकाम साबित हो रहा है, गंदगी से बीमारी फैलने का भी खतरा मंडरा रहा है। शहर की सफाई की स्थिति काफी दयनीय है। प्रतिदिन हजारों रुपए साफ-सफाई के नाम पर नगर प्रशासन खर्च कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद शहर में चारों ओर गंदगी का देर लगा हुआ है। वर्षों से नालियों की साफ-सफाई नहीं हुई है। कई ऐसे वाई है जहां सफाई होती ही नहीं है। वहां के लोग खुद से अपने घरों के आसपास सफाई करने को मजबूर हो रहे हैं। जबकि नगर परिषद क्षेत्र में रहने वाले लोगों को साफ-सफाई के नाम पर टैक्स चुकाना पड़ रहा है। नगर परिषद ने एनजीओ को शहर की साफ-सफाई की व्यवस्था सौंप दी है। इसके अलावा दैनिक मजदूर लगाए गए हैं।