सारस न्यूज, वेब डेस्क।
किशनगंज जिले में “आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” के तहत जारी विशेष महाअभियान नई ऊंचाइयों को छू रहा है। अभियान के तहत अब तक हजारों लोगों को गोल्डन ई-कार्ड दिए जा चुके हैं। रविवार को जहां 4,000 पात्रों को कार्ड मिले, वहीं सोमवार तक यह आंकड़ा 8,000 तक पहुंच गया, जो प्रशासन की सक्रियता और जनजागरूकता का स्पष्ट प्रमाण है।
हर पात्र को मिले स्वास्थ्य का अधिकार
जिलाधिकारी विशाल राज ने इस उपलब्धि पर संतोष जताते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अभियान में और तेजी लाई जाए, ताकि जिले के सभी योग्य नागरिकों को समय रहते आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह योजना सिर्फ इलाज का माध्यम नहीं, बल्कि नागरिकों के जीवन को सुरक्षित रखने की दिशा में बड़ा कदम है।
सम्मान और सुविधा दोनों जरूरी
डीएम ने अधिकारियों से कहा कि शिविर में आने वाले हर लाभार्थी को पूर्ण सम्मान और सहायता के साथ कार्ड बनवाने की सुविधा दी जाए। यह अभियान 28 मई तक चलेगा और इसमें स्वास्थ्य विभाग, जीविका, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी, पंचायत प्रतिनिधि और आईटी सेल सभी मिलकर 125 पंचायतों में शिविर आयोजित कर रहे हैं।
हर कोना, हर जरुरतमंद तक पहुंचे सेवा
पंचायत सरकार भवन, स्कूल परिसर, आंगनबाड़ी केंद्र, प्रमुख चौराहों और मॉर्निंग वॉक स्थलों पर शिविर लगाए जा रहे हैं, जिससे किसी पात्र व्यक्ति से योजना का लाभ वंचित न रह जाए।
वरिष्ठ नागरिकों को विशेष प्राथमिकता
70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए “वय वंदना” कार्ड बनाए जा रहे हैं, जो उन्हें गंभीर बीमारियों के इलाज में मुफ्त सुविधा प्रदान करेंगे — वह भी सरकारी व सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में।
किशनगंज बना स्वास्थ्य सुरक्षा की मिसाल
डीएम विशाल राज ने कहा कि किशनगंज आज स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक सकारात्मक क्रांति का गवाह बन रहा है। यह केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक मानवीय संकल्प है — हर व्यक्ति को स्वस्थ जीवन का अधिकार दिलाने का। प्रशासन और जनता के साझा प्रयासों से यह सपना अब हकीकत की ओर बढ़ रहा है।