महज 18 दिनों के भीतर एक ही परिवार की दो बहनों की दिमागी बुखार से मौत ने न सिर्फ उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है, बल्कि गांव के लोग भी भयभीत हैं। घटना बहादुरगंज प्रखंड के समेश्वर पंचायत के वार्ड नंबर 13 स्थित सीतागाछ गांव की है।
मृतक बहनों के पिता मुस्ताक आलम के अनुसार, पहली बेटी माफिया प्रवीन (18) की मौत 18 दिन पहले अचानक बुखार के कारण हो गई थी। इसके दो दिन बाद ही दूसरी बेटी मस्तूर जहां (16) की तबीयत बिगड़ने लगी। परिजनों ने मस्तूर जहां का इलाज किशनगंज के एक निजी नर्सिंग होम में कराया, जहां 9 दिन भर्ती रहने के बाद उसे घर लाया गया। हालत में सुधार नहीं होने पर उसे पूर्णिया के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने दिमागी बुखार बताया।
इलाज के बावजूद सुधार नहीं हुआ और गुरुवार को मस्तूर जहां की भी मृत्यु हो गई। परिजनों ने बताया कि पहली बेटी की अचानक हुई मौत को वे समझ नहीं सके, जबकि दूसरी बेटी के इलाज में हर संभव प्रयास किया गया।
परिवार की स्थिति बेहद दयनीय है। मृतक बहनों के माता-पिता की चार बेटियां और एक छह वर्षीय बेटा है। दो बेटियों की लगातार मौत ने माता-पिता को गहरे सदमे में डाल दिया है।
इस मामले में सिविल सर्जन, किशनगंज डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि बहादुरगंज प्रखंड के सीतागाछ गांव में दो बहनों की मौत की सूचना मिली है। पहली बहन की मौत दो सप्ताह पहले और दूसरी की मौत पूर्णिया में इलाज के दौरान बीती रात हुई। उन्होंने कहा कि दोनों बहनें क्रमशः 16 और 20 वर्ष की थीं।
डॉ. राजेश ने बताया कि संबंधित गांव में मेडिकल टीम भेजी जा रही है, जो बच्चों और अन्य सभी उम्र के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी। मृतका के चचेरे भाई रमीज रेजा ने बताया कि पहली मौत अचानक हुई, जिससे परिवार संभल भी नहीं पाया था कि दूसरी बेटी की तबीयत बिगड़ गई। हर संभव इलाज के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका।
इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच के बाद स्थिति को स्पष्ट किया जाएगा। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बहादुरगंज रिजवाना तबस्सुम से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
सारस न्यूज़, बहादुरगंज, किशनगंज।
महज 18 दिनों के भीतर एक ही परिवार की दो बहनों की दिमागी बुखार से मौत ने न सिर्फ उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है, बल्कि गांव के लोग भी भयभीत हैं। घटना बहादुरगंज प्रखंड के समेश्वर पंचायत के वार्ड नंबर 13 स्थित सीतागाछ गांव की है।
मृतक बहनों के पिता मुस्ताक आलम के अनुसार, पहली बेटी माफिया प्रवीन (18) की मौत 18 दिन पहले अचानक बुखार के कारण हो गई थी। इसके दो दिन बाद ही दूसरी बेटी मस्तूर जहां (16) की तबीयत बिगड़ने लगी। परिजनों ने मस्तूर जहां का इलाज किशनगंज के एक निजी नर्सिंग होम में कराया, जहां 9 दिन भर्ती रहने के बाद उसे घर लाया गया। हालत में सुधार नहीं होने पर उसे पूर्णिया के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने दिमागी बुखार बताया।
इलाज के बावजूद सुधार नहीं हुआ और गुरुवार को मस्तूर जहां की भी मृत्यु हो गई। परिजनों ने बताया कि पहली बेटी की अचानक हुई मौत को वे समझ नहीं सके, जबकि दूसरी बेटी के इलाज में हर संभव प्रयास किया गया।
परिवार की स्थिति बेहद दयनीय है। मृतक बहनों के माता-पिता की चार बेटियां और एक छह वर्षीय बेटा है। दो बेटियों की लगातार मौत ने माता-पिता को गहरे सदमे में डाल दिया है।
इस मामले में सिविल सर्जन, किशनगंज डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि बहादुरगंज प्रखंड के सीतागाछ गांव में दो बहनों की मौत की सूचना मिली है। पहली बहन की मौत दो सप्ताह पहले और दूसरी की मौत पूर्णिया में इलाज के दौरान बीती रात हुई। उन्होंने कहा कि दोनों बहनें क्रमशः 16 और 20 वर्ष की थीं।
डॉ. राजेश ने बताया कि संबंधित गांव में मेडिकल टीम भेजी जा रही है, जो बच्चों और अन्य सभी उम्र के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी। मृतका के चचेरे भाई रमीज रेजा ने बताया कि पहली मौत अचानक हुई, जिससे परिवार संभल भी नहीं पाया था कि दूसरी बेटी की तबीयत बिगड़ गई। हर संभव इलाज के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका।
इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच के बाद स्थिति को स्पष्ट किया जाएगा। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बहादुरगंज रिजवाना तबस्सुम से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
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