किशनगंज जिले में चल रहे महिला संवाद कार्यक्रम के तहत ग्रामीण महिलाओं को अपनी बातें खुलकर कहने का मंच मिल रहा है। इस कार्यक्रम में महिलाएँ न केवल अपनी ज़िंदगी के अनुभव साझा कर रही हैं, बल्कि अपनी आकांक्षाओं और चुनौतियों को भी बेझिझक सामने रख रही हैं।
कोचाधामन प्रखंड के गरगाँव पंचायत की शफकत परवीन ने अपने जीवन की प्रेरक कहानी सुनाई। उन्होंने बताया कि वह एक प्राथमिक शिक्षिका बनने की तैयारी में हैं और वर्तमान में डी.ईएल.ईडी. कोर्स कर रही हैं। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आने वाली शफकत ने सरकारी योजनाओं जैसे स्कूल ड्रेस, साइकिल, छात्रवृत्ति और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ उठाकर अपनी शिक्षा को जारी रखा। उन्होंने बताया कि स्नातक पूरी करने पर 50,000 रुपये की सहायता राशि मिली, जिससे उन्हें आगे की पढ़ाई में मदद मिली।
ठाकुरगंज प्रखंड की रसिया पंचायत की इशमत बेगम और आसीना खातुन ने महिला संवाद में आवास और शौचालय योजनाओं की राशि में वृद्धि की माँग रखी। उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्री की लागत लगातार बढ़ रही है, ऐसे में सरकार को इन योजनाओं के तहत दी जाने वाली सहायता राशि में वृद्धि करनी चाहिए।
इसी तरह सदर प्रखंड की महीनगाँव पंचायत की लालमनी देवी और मंगनी बेगम ने शीत भंडारण केंद्र की आवश्यकता जताई। उनका मानना है कि इससे किसानों को अपनी उपज लंबे समय तक सुरक्षित रखने और उचित समय पर बेहतर दामों पर बेचने में मदद मिलेगी।
महिला संवाद कार्यक्रम बुधवार को जिले के कई पंचायतों में आयोजित किया गया, जिनमें ठाकुरगंज के कनकपुर, चुरली, रसिया; दिघलबैंक के सतकौआ; पोठिया के भौटाथाना, गौरुखाल, कुसयारी, छत्तरगाछ; कोचाधामन के बिशनपुर, केरीबिरपुर, सोंथा; टेढ़ागाछ के मटियारी, डाक पोखर; बहादुरगंज के बनगामा, चिकाबाड़ी; तथा किशनगंज सदर प्रखंड के मोतीहारा तालुका और हालामाला शामिल रहे।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं से अवगत कराने हेतु लीफलेट का वितरण किया गया और उन्हें पढ़कर सुनाया भी गया। साथ ही, जागरूकता वाहन में लगे एलईडी स्क्रीन के माध्यम से योजनाओं पर आधारित फिल्में भी दिखाई गईं, ताकि महिलाएं योजनाओं की जानकारी आसानी से समझ सकें।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले में चल रहे महिला संवाद कार्यक्रम के तहत ग्रामीण महिलाओं को अपनी बातें खुलकर कहने का मंच मिल रहा है। इस कार्यक्रम में महिलाएँ न केवल अपनी ज़िंदगी के अनुभव साझा कर रही हैं, बल्कि अपनी आकांक्षाओं और चुनौतियों को भी बेझिझक सामने रख रही हैं।
कोचाधामन प्रखंड के गरगाँव पंचायत की शफकत परवीन ने अपने जीवन की प्रेरक कहानी सुनाई। उन्होंने बताया कि वह एक प्राथमिक शिक्षिका बनने की तैयारी में हैं और वर्तमान में डी.ईएल.ईडी. कोर्स कर रही हैं। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आने वाली शफकत ने सरकारी योजनाओं जैसे स्कूल ड्रेस, साइकिल, छात्रवृत्ति और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ उठाकर अपनी शिक्षा को जारी रखा। उन्होंने बताया कि स्नातक पूरी करने पर 50,000 रुपये की सहायता राशि मिली, जिससे उन्हें आगे की पढ़ाई में मदद मिली।
ठाकुरगंज प्रखंड की रसिया पंचायत की इशमत बेगम और आसीना खातुन ने महिला संवाद में आवास और शौचालय योजनाओं की राशि में वृद्धि की माँग रखी। उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्री की लागत लगातार बढ़ रही है, ऐसे में सरकार को इन योजनाओं के तहत दी जाने वाली सहायता राशि में वृद्धि करनी चाहिए।
इसी तरह सदर प्रखंड की महीनगाँव पंचायत की लालमनी देवी और मंगनी बेगम ने शीत भंडारण केंद्र की आवश्यकता जताई। उनका मानना है कि इससे किसानों को अपनी उपज लंबे समय तक सुरक्षित रखने और उचित समय पर बेहतर दामों पर बेचने में मदद मिलेगी।
महिला संवाद कार्यक्रम बुधवार को जिले के कई पंचायतों में आयोजित किया गया, जिनमें ठाकुरगंज के कनकपुर, चुरली, रसिया; दिघलबैंक के सतकौआ; पोठिया के भौटाथाना, गौरुखाल, कुसयारी, छत्तरगाछ; कोचाधामन के बिशनपुर, केरीबिरपुर, सोंथा; टेढ़ागाछ के मटियारी, डाक पोखर; बहादुरगंज के बनगामा, चिकाबाड़ी; तथा किशनगंज सदर प्रखंड के मोतीहारा तालुका और हालामाला शामिल रहे।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं से अवगत कराने हेतु लीफलेट का वितरण किया गया और उन्हें पढ़कर सुनाया भी गया। साथ ही, जागरूकता वाहन में लगे एलईडी स्क्रीन के माध्यम से योजनाओं पर आधारित फिल्में भी दिखाई गईं, ताकि महिलाएं योजनाओं की जानकारी आसानी से समझ सकें।
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