राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज जिले में चल रहे महिला संवाद कार्यक्रम के तहत ग्रामीण महिलाओं की आवाजें मजबूती से सामने आ रही हैं। बनगामा पंचायत की असलेमा बेगम और रोज कुमारी ने अपने क्षेत्र में जन औषधि केंद्र खोलने की मांग रखी। उनका कहना है कि इससे दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में सस्ती और सुलभ दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी, जिससे आमजन को आर्थिक राहत भी मिलेगी।
वहीं, चिकाबाड़ी पंचायत की उजाला बेगम, जो अलिसा ग्राम संगठन से जुड़ी हैं, ने पंचायत क्षेत्र में सामुदायिक भवन निर्माण की आवश्यकता जताई। उन्होंने बताया कि बढ़ती आबादी और सघन रिहायशी इलाकों में सामूहिक कार्यों और आयोजनों के लिए ऐसे भवनों की जरूरत महसूस की जा रही है।
महिला संवाद कार्यक्रम, महिलाओं को निर्भीकता से अपने गाँव-टोले और पंचायत स्तर की समस्याओं व विकास की आकांक्षाओं को साझा करने का मंच प्रदान कर रहा है। वे न सिर्फ अपनी बात रख रही हैं, बल्कि सरकार की योजनाओं और नीतियों पर सुझाव भी दे रही हैं।
अब तक जिले के सातों प्रखंडों में यह कार्यक्रम दोनों पालियों – सुबह और शाम – में आयोजित किया जा रहा है। शुक्रवार को कार्यक्रम के 22वें दिन, 20 ग्राम संगठनों में संवाद आयोजित हुए। 18 अप्रैल से शुरू इस अभियान के अंतर्गत अब तक 430 ग्राम संगठनों में संवाद हो चुका है, जिसमें 70,000 से अधिक महिलाएँ भाग ले चुकी हैं।
कार्यक्रम के दौरान जागरूकता वाहन में लगे एलईडी स्क्रीन पर सरकारी योजनाओं से जुड़ी वीडियो फिल्में दिखाई जा रही हैं, साथ ही योजनाओं की जानकारी देने वाले लीफलेट भी बाँटे जा रहे हैं और उन्हें पढ़कर सुनाया भी जा रहा है। इससे महिलाओं को सशक्तिकरण से जुड़ी सरकारी योजनाओं की सीधी जानकारी मिल रही है।
महिला संवाद कार्यक्रम न केवल महिलाओं की भागीदारी को सशक्त बना रहा है, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों और संसाधनों को लेकर सजग और आत्मविश्वासी भी बना रहा है।