सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज में मौसम के बदलते मिजाज ने लोगों को ठंड का अहसास करा दिया है। रात को सर्दी और दिन में गर्मी महसूस हो रही है। वहीं, तापमान में गिरावट आने से वायरल बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बदलते तापमान में उतार-चढ़ाव के बीच थोड़ी सी असावधानी के चलते लोग बीमार पड़ रहे हैं। दिन में गर्मी और रात में ठंड के कारण लोग सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित हो रहे हैं।
छठ खत्म होते ही सदर अस्पताल की ओपीडी में इस तरह के मरीज अधिक आ रहे हैं। मौसम में बदलाव के साथ ही अब सुबह-शाम ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। दोपहर के समय गर्मी का अहसास हो रहा है, वहीं सुबह में हल्की धुंध छा रही है, जिससे मौसम में नमी के कारण ठंड जैसा आभास हो रहा है। लेकिन जैसे ही सूरज चढ़ता है, धूप खिलने के साथ मौसम में बदलाव और गर्मी का अहसास होने लगता है।
बदलते मौसम का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी दिख रहा है। सदर अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 400 से 500 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इन मरीजों में सबसे ज्यादा वायरल फीवर, सर्दी-खांसी, चेस्ट पेन और हाई बीपी के मरीज शामिल हैं।
सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राहुल कुमार ने बताया कि छठ खत्म होते ही ठंड ने धीरे-धीरे दस्तक दे दी है, जिससे मौसम में तेज बदलाव हुआ है। सुबह-शाम ठंडी का अहसास हो रहा है, जबकि दोपहर में गर्मी महसूस हो रही है। इस बदलाव के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। दिन और रात के समय में फर्क होने के कारण ऐसा हो रहा है।
उन्होंने सुझाव दिया कि रात के समय कंबल ओढ़कर सोएं और बच्चों को विशेष रूप से गर्म कपड़ों में सुलाएं, क्योंकि ठंड की वजह से बच्चों को बुखार और जुकाम हो सकता है। हृदय से संबंधित मरीजों को भी ठंडी के मौसम में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, क्योंकि ठंड में बीपी फ्लकचुएट करता है, जिससे मरीजों को परेशानी हो सकती है। इसलिए सावधानी बरतें और समय-समय पर चिकित्सकों की सलाह लें।