पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस आज सुबह पश्चिम बंगाल के सियालदह से दर्जिलिग मेल ट्रेन पर सवार होकर किशनगंज पहुचें। किशनगंज रेलवे प्लेटफार्म पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उनका आगमन हुआ। किशनगंज जिला प्रशासन के द्वारा राज्यपाल सीवी आनंद बोस को बुके देकर स्वागत किया गया। उसके उपरांत सड़क मार्ग से पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाज़ पुर जिले के चोपड़ा के लिए रवाना हुए। गौरतलब है कि राज्यपाल चोपड़ा पीड़ित परिवारों से मिलेंगे।
बताते चले कि बीते दिनों मिट्टी खुदाई के दौरान चार बच्चो की मौत हो गई थी जिसके बाद सीएम ममता बनर्जी ने बीएसएफ पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। घटना के बारे में बताया जाता है कि उत्तर दीनाजपुर जिले के चोपड़ा प्रखंड अंतर्गत चेतनगाछ गांव में 12 फरवरी को खुदाई के दौरान मिट्टी का ढ़ेर के गिरने से उस के अंदर दब कर चार बच्चों की मौत हो गई थी। मृतक बच्चों की उम्र पांच से बारह वर्ष के बीच की बताई जा रही है। उक्त निर्माण कार्य बीएसएफ के द्वारा करवाया जा रहा था। पश्चिम बंगाल सरकार ने बीएसएफ के जवानों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए, बीएसएफ को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि खुदाई के लिए उसने स्थानीय प्रशासन से अनुमति नहीं ली थी। टीएमसी पार्टी के बारह सदस्यीय टीम ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात कर इस हादसे की जांच की मांग की थी। जिसके बाद राज्यपाल खुद जांच के लिए आज चोपड़ा पहुंचे हैं। खास बात यह भी है कि राज्यपाल आज मृतक चार बच्चों के पीड़ित परिवार के सदस्यों से भी बात करेंगे।
बाइट — लतीफूर रहमान अंसारी, एसडीएम किशनगंज।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस आज सुबह पश्चिम बंगाल के सियालदह से दर्जिलिग मेल ट्रेन पर सवार होकर किशनगंज पहुचें। किशनगंज रेलवे प्लेटफार्म पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उनका आगमन हुआ। किशनगंज जिला प्रशासन के द्वारा राज्यपाल सीवी आनंद बोस को बुके देकर स्वागत किया गया। उसके उपरांत सड़क मार्ग से पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाज़ पुर जिले के चोपड़ा के लिए रवाना हुए। गौरतलब है कि राज्यपाल चोपड़ा पीड़ित परिवारों से मिलेंगे।
बताते चले कि बीते दिनों मिट्टी खुदाई के दौरान चार बच्चो की मौत हो गई थी जिसके बाद सीएम ममता बनर्जी ने बीएसएफ पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। घटना के बारे में बताया जाता है कि उत्तर दीनाजपुर जिले के चोपड़ा प्रखंड अंतर्गत चेतनगाछ गांव में 12 फरवरी को खुदाई के दौरान मिट्टी का ढ़ेर के गिरने से उस के अंदर दब कर चार बच्चों की मौत हो गई थी। मृतक बच्चों की उम्र पांच से बारह वर्ष के बीच की बताई जा रही है। उक्त निर्माण कार्य बीएसएफ के द्वारा करवाया जा रहा था। पश्चिम बंगाल सरकार ने बीएसएफ के जवानों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए, बीएसएफ को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि खुदाई के लिए उसने स्थानीय प्रशासन से अनुमति नहीं ली थी। टीएमसी पार्टी के बारह सदस्यीय टीम ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात कर इस हादसे की जांच की मांग की थी। जिसके बाद राज्यपाल खुद जांच के लिए आज चोपड़ा पहुंचे हैं। खास बात यह भी है कि राज्यपाल आज मृतक चार बच्चों के पीड़ित परिवार के सदस्यों से भी बात करेंगे।
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