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जिले के आयुष डॉक्टरों के लिए परिवार नियोजन पर कार्यशाला आयोजित।

राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।

जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता के लिए सदर अस्पताल प्रांगण में शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य MO (आयुष) को परिवार नियोजन काउंसलिंग और इसके विभिन्न साधनों की जानकारी देना था, ताकि वे समुदाय में परिवार नियोजन के लाभों को लेकर अधिक जागरूकता फैला सकें। कार्यशाला की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने की।

परिवार नियोजन के भ्रांतियों को दूर करना आवश्यक

सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि भारत जैसे विकासशील देश में बढ़ती जनसंख्या एक बड़ी चुनौती है, और इसे नियंत्रित करने में परिवार नियोजन की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा, “हमारे समाज में अभी भी परिवार नियोजन को लेकर कई भ्रांतियां हैं, जिनके कारण लोग इससे दूर रहते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों की जिम्मेदारी है कि वे लोगों को सही जानकारी प्रदान करें और समाज को जागरूक करें।” उन्होंने यह भी कहा कि परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग जनसंख्या नियंत्रण में सहायक होने के साथ ही मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है।

कार्यशाला में परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों पर विस्तृत जानकारी

कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षकों ने गर्भनिरोधक गोलियां, कॉपर टी, कंडोम, और नसबंदी जैसे स्थायी उपायों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन उपायों को अपनाने से महिलाएं सुरक्षित रहती हैं और उनके परिवार स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आधुनिक समय में कई ऐसे उपाय उपलब्ध हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित हैं और जिनके दुष्प्रभाव न्यूनतम होते हैं।

सिविल सर्जन ने यह भी कहा कि परिवार नियोजन की जिम्मेदारी केवल महिलाओं पर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पुरुषों को भी जागरूक होने का आह्वान किया और कहा कि समाज में यह धारणा बनी हुई है कि परिवार नियोजन की जिम्मेदारी केवल महिलाओं की है, जिसे बदलने की आवश्यकता है।

प्रशिक्षकों ने MO (आयुष) को परिवार नियोजन काउंसलिंग करने के तरीकों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि सही परामर्श से लोग परिवार नियोजन के उपायों के प्रति आकर्षित हो सकते हैं और इसके लाभों को समझ सकते हैं। प्रशिक्षण का उद्देश्य न केवल काउंसलिंग कौशल को निखारना था, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी था कि सभी MO (आयुष) समाज में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलाने में सक्षम हों।

कार्यक्रम के अंत में, सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और आशा व्यक्त की कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आगे भी आयोजित होते रहेंगे, ताकि हर व्यक्ति तक परिवार नियोजन के लाभ पहुंच सकें। इस कार्यशाला से यह संदेश स्पष्ट रूप से सामने आया कि स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका समाज को जागरूक और स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण है। उपस्थित प्रतिभागियों ने परिवार नियोजन की जरूरत और इसके लाभों को आत्मसात किया और समुदाय में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।

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