बांका में दो दिवसीय फिडे रेटिंग ओपन प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं जिले के नन्हें चेस चैंपियन
बांका जिले के खेल भवन में रविवार से शुरू हुई दो दिवसीय बनवारी लाल अग्रवाल स्मृति ओपन अंतर्राष्ट्रीय फिडे रेटिंग शतरंज प्रतियोगिता में किशनगंज के दो होनहार बाल शतरंज खिलाड़ी—धान्वी कर्मकार और सुरोनोय दास—ने आत्मविश्वास से भाग लिया है। यह प्रतियोगिता न सिर्फ उनके लिए, बल्कि पूरे जिले के लिए गौरव का क्षण है।
पारिवारिक सहयोग और मार्गदर्शन: धान्वी कर्मकार के साथ उनके परिवारजन—दादी दीपाली कर्मकार, पिता कमल कर्मकार (जो कि स्वयं एक अंतर्राष्ट्रीय शतरंज प्रशिक्षक भी हैं), एवं माता दिव्या कर्मकार उपस्थित हैं। वहीं सुरोनोय के साथ उनके पिता श्री राजेश कुमार दास भी प्रतियोगिता स्थल पर मौजूद रहकर अपने बेटे का उत्साहवर्धन कर रहे हैं।
प्रतियोगिता का स्वरूप और भागीदारी: इस ओपन टूर्नामेंट में बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड आदि राज्यों से कुल 191 रजिस्टर्ड खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। आयोजन की जानकारी जिला शतरंज संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता और चेस क्रॉप्स संस्था के प्रमुख व कोच कमल कर्मकार ने साझा की। धान्वी और सुरोनोय दोनों ही चेस क्रॉप्स संस्था से नियमित शतरंज प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और इस बड़े मंच पर खेलने को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
समस्त जिले की शुभकामनाएं साथ: जिले के इन होनहारों के लिए शुभकामनाएं व्यक्त करने वालों की लंबी सूची है। जिला शतरंज संघ के उपाध्यक्षगण— कमल मित्तल, उदय शंकर दुबे, राकेश जैन, मोहम्मद कलीमुद्दीन, विमल मित्तल, डॉ. एम. आलम, मनोज गट्टानी, अंकित अग्रवाल, विनीत अग्रवाल, दीप कुमार, सुनील कुमार जैन, आलोक कुमार, रवि राय, डॉ. शेखर जालान, आसिफ इकबाल, सुनील कुमार अग्रवाल, मनीष कासलीवाल, डॉक्टर एम एम हैदर, मुनव्वर रिजवी, कमलिका चक्रवर्ती सारस्वत, डॉ. नुसरत जहां, पदम जैन व अन्य गणमान्य नागरिकों ने इन प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
निष्कर्ष: किशनगंज के ये नन्हें सितारे न केवल अपनी मेहनत और लगन से आगे बढ़ रहे हैं, बल्कि जिले का नाम भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर रोशन कर रहे हैं। प्रतियोगिता में उनका प्रदर्शन प्रेरणादायक है और आने वाली पीढ़ी के लिए एक मिसाल भी।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
बांका में दो दिवसीय फिडे रेटिंग ओपन प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं जिले के नन्हें चेस चैंपियन
बांका जिले के खेल भवन में रविवार से शुरू हुई दो दिवसीय बनवारी लाल अग्रवाल स्मृति ओपन अंतर्राष्ट्रीय फिडे रेटिंग शतरंज प्रतियोगिता में किशनगंज के दो होनहार बाल शतरंज खिलाड़ी—धान्वी कर्मकार और सुरोनोय दास—ने आत्मविश्वास से भाग लिया है। यह प्रतियोगिता न सिर्फ उनके लिए, बल्कि पूरे जिले के लिए गौरव का क्षण है।
पारिवारिक सहयोग और मार्गदर्शन: धान्वी कर्मकार के साथ उनके परिवारजन—दादी दीपाली कर्मकार, पिता कमल कर्मकार (जो कि स्वयं एक अंतर्राष्ट्रीय शतरंज प्रशिक्षक भी हैं), एवं माता दिव्या कर्मकार उपस्थित हैं। वहीं सुरोनोय के साथ उनके पिता श्री राजेश कुमार दास भी प्रतियोगिता स्थल पर मौजूद रहकर अपने बेटे का उत्साहवर्धन कर रहे हैं।
प्रतियोगिता का स्वरूप और भागीदारी: इस ओपन टूर्नामेंट में बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड आदि राज्यों से कुल 191 रजिस्टर्ड खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। आयोजन की जानकारी जिला शतरंज संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता और चेस क्रॉप्स संस्था के प्रमुख व कोच कमल कर्मकार ने साझा की। धान्वी और सुरोनोय दोनों ही चेस क्रॉप्स संस्था से नियमित शतरंज प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और इस बड़े मंच पर खेलने को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
समस्त जिले की शुभकामनाएं साथ: जिले के इन होनहारों के लिए शुभकामनाएं व्यक्त करने वालों की लंबी सूची है। जिला शतरंज संघ के उपाध्यक्षगण— कमल मित्तल, उदय शंकर दुबे, राकेश जैन, मोहम्मद कलीमुद्दीन, विमल मित्तल, डॉ. एम. आलम, मनोज गट्टानी, अंकित अग्रवाल, विनीत अग्रवाल, दीप कुमार, सुनील कुमार जैन, आलोक कुमार, रवि राय, डॉ. शेखर जालान, आसिफ इकबाल, सुनील कुमार अग्रवाल, मनीष कासलीवाल, डॉक्टर एम एम हैदर, मुनव्वर रिजवी, कमलिका चक्रवर्ती सारस्वत, डॉ. नुसरत जहां, पदम जैन व अन्य गणमान्य नागरिकों ने इन प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
निष्कर्ष: किशनगंज के ये नन्हें सितारे न केवल अपनी मेहनत और लगन से आगे बढ़ रहे हैं, बल्कि जिले का नाम भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर रोशन कर रहे हैं। प्रतियोगिता में उनका प्रदर्शन प्रेरणादायक है और आने वाली पीढ़ी के लिए एक मिसाल भी।