बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर बंगाल से सटे भारत-नेपाल सीमा गुरुवार से 72 घंटे के लिए बंद है। बंगाल क्षेत्र पानीटंकी सीमा बंद होने के कारण गलगलिया बॉर्डर पर बृहद पैमाने पर निजी वाहनों की आवाजाही हो रही है। वहीं गलगलिया कस्टम द्वारा शाम 07 बजे बेरियर बंद करने का समय पूर्व से निर्धारित है।
कस्टम चेकपोस्ट पर कस्टम कर्मियों द्वारा ताला लगाकर कस्टम बेरियर बंद होने के बाद देर शाम तक दोनों तरफ से दर्जनों वाहन फंस जाती है। जिसके बाद मौजूद एजेंट वाहनों को पास कराने के लिए अवैध वसूली का खेल शुरू कर देते हैं। मौके पर मौजूद एजेंटों द्वारा वाहन मालिक को कहा जाता है कि अब यह कस्टम बेरियर सुबह ही खुलेगी और यदि अभी खुलवाना है तो हमें रुपये देने पड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार प्रत्येक वाहन से 200 से 500 रुपये की अवैध उगाही कर कस्टम कार्यालय से बेरियर की चाभी मंगवाई जाती है और पैसे भुगतान किये गए वाहनों को पासिंग करायी जाती है। वहीं पास में मौजूद एसएसबी भी इस माजरा को देख मौन साध लेते हैं। यही नही बेरियर बंद होने से पहले यह एजेंट वाहनों से पार्किंग के नाम पर भी उगाही करते हैं। इस संबंध में जब एसएसबी भातगाँव समवाय के इंस्पेक्टर नीलमणि कुमार से बात करने के लिए मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नही किया। वहीं गलगलिया कस्टम कार्यालय के कस्टम अधीक्षक चंद्र किशोर जी से भी मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने एक घंटे बाद खुद कॉल करने की बात कहकर फोन काट दिया।सीमा पर हो रही अवैध वसूली चर्चा का विषय बनने के साथ ही स्थानीय कस्टम पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
सारस न्यूज, गलगलिया, किशनगंज।
बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर बंगाल से सटे भारत-नेपाल सीमा गुरुवार से 72 घंटे के लिए बंद है। बंगाल क्षेत्र पानीटंकी सीमा बंद होने के कारण गलगलिया बॉर्डर पर बृहद पैमाने पर निजी वाहनों की आवाजाही हो रही है। वहीं गलगलिया कस्टम द्वारा शाम 07 बजे बेरियर बंद करने का समय पूर्व से निर्धारित है।
कस्टम चेकपोस्ट पर कस्टम कर्मियों द्वारा ताला लगाकर कस्टम बेरियर बंद होने के बाद देर शाम तक दोनों तरफ से दर्जनों वाहन फंस जाती है। जिसके बाद मौजूद एजेंट वाहनों को पास कराने के लिए अवैध वसूली का खेल शुरू कर देते हैं। मौके पर मौजूद एजेंटों द्वारा वाहन मालिक को कहा जाता है कि अब यह कस्टम बेरियर सुबह ही खुलेगी और यदि अभी खुलवाना है तो हमें रुपये देने पड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार प्रत्येक वाहन से 200 से 500 रुपये की अवैध उगाही कर कस्टम कार्यालय से बेरियर की चाभी मंगवाई जाती है और पैसे भुगतान किये गए वाहनों को पासिंग करायी जाती है। वहीं पास में मौजूद एसएसबी भी इस माजरा को देख मौन साध लेते हैं। यही नही बेरियर बंद होने से पहले यह एजेंट वाहनों से पार्किंग के नाम पर भी उगाही करते हैं। इस संबंध में जब एसएसबी भातगाँव समवाय के इंस्पेक्टर नीलमणि कुमार से बात करने के लिए मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नही किया। वहीं गलगलिया कस्टम कार्यालय के कस्टम अधीक्षक चंद्र किशोर जी से भी मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो उन्होंने एक घंटे बाद खुद कॉल करने की बात कहकर फोन काट दिया।सीमा पर हो रही अवैध वसूली चर्चा का विषय बनने के साथ ही स्थानीय कस्टम पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
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