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भारत-नेपाल सीमा पर मेची नदी के तट पर छठव्रतियों ने श्रद्धा पूर्वक अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को दिया पहला अ‌र्घ्य।

सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।

भारत – नेपाल सीमा के मेची नदी में लोक आस्था के महापर्व छठ भारत के बंगाल, बिहार, व नेपालवासियों ने रविवार को डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य दिया।मेची नदी के घाटों पर जुटे श्रद्धालुओ ने पूजा अर्चना कर अपने परिवार के सुख शांति की छठ मैया से कामना की। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए व्रती और उनके परिजन अपने घरों से पूजा सामग्रियों के साथ घाटों पर पहुंच गए थे। घुटने तक पानी में उतर कर, पूजा सामग्रियों से भरे सूप हाथों में लिए व्रतियों ने डूबते सूर्य को पूरी श्रद्धा के साथ पहला अर्घ्‍य दिया। घुटने तक पानी में खड़े होकर व्रतधारियों ने सूप, बांस की डलिया में सन्तरा, गन्ना सहित पूजन सामग्री और गाय के दूध से डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और अपने सुख समृद्धि की कामना की। सोमवार को उदीयमानन भगवान भास्कर को अर्ध्य देकर अपने जीवन में सुख-शांति व समृद्धि की कामना करेगी। इसके बाद महिलाएं अपने घर में ठेकुए व फल भगवान को भोग लगाकर अपना 36 घंटे का निर्जला व्रत का पारण करेगी और छठी मइया के लिए बनाए गए खास ठेकुए का प्रसाद वितरित करेंगे। बताते चलें कि मेची नदी में मनाए जाने वाले छठ पर्व की नेपाल देश में एक विशिष्ट पहचान है। यह देखने योग्य है कि भारत और नेपाल के करीब एक लाख श्रद्धालु इस नदी पर एक साथ आते हैं और इस स्थल पर करीब दस हजार से अधिक संख्या में पूजा स्थल का घाट बनाकर छठ पर्व मनाते हैं। नेपाल में मधेशी समुदाय के अलावे अब पहाड़ी, मारवाड़ी, बंगाली, राजवंसी और अन्य समुदाय के लोग भी मेची नदी में छठ पर्व मना रहे हैं।

पूजा से सूर्य भगवान की होती है असीम कृपा

महिलाओं की आस्था है कि इस पूजा से सूर्य भगवान की असीम कृपा प्राप्त होती है। सूर्य देव की उपासना से धन, मनवांक्षित पति, पुत्र व सुख की प्राप्ति होती है। मेची नदी बघाट पर डीजे पर छठ गीतों की धुन भी बजती रही। घाट पर महिलाओं के साथ परिवार के सदस्य व पास पड़ोस के लोग छठ पूजा देखी। सोमवार को सूर्योदय के साथ पुन: घाट पर स्नान कर किनारे ही पूजन विधि को पूरा कर महिलाएं पारन करेंगी। घर से घाट तक श्रद्धालुओं ने सिर पर पूजा के सामान लेकर श्रद्धा भाव से पहुंचे। शांति व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस बल की तैनाती की गई है।

इस तरह से है सुरक्षा व्यवस्था

एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ आने का लक्ष्य लेकर मेची नदी के छठ में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद बनाने के लिए दोनों देश के सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर गश्त की जा रही है। आयोजन समिति, भद्रपुर नगरपालिका, सशस्त्र प्रहरी एवं भारतीय सुरक्षाकर्मी के संयुक्त कार्य द्वारा पर्व के दिन मेची नदी में 250 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी की तैनाती एवं परिचालन होंगी। जिसमें 150 की संख्या में नेपाल की स्थानीय व ट्रैफिक पुलिस तथा 100 के करीब सेना के जवान रहेंगे। साथ ही भारतीय एसएसबी एवं गलगलिया पुलिस भी तैनात है। झापा जिला प्रशासन के अनुसार छठ घाट पर पूजा के दौरान किसी भी आपराधिक गतिविधि को रोकने के लिए विभिन्न स्थान में नेपाल पुलिस पैदल गस्ती एवं सफेद पोशाक में गश्त लगा रही है।

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