प्रतिनिधि, सारस न्यूज़, अररिया।
भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा को सुदृढ़ करने और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण के उद्देश्य से 52वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) अररिया के जवानों ने एपीएफ नेपाल के साथ मिलकर संयुक्त गश्ती अभियान चलाया। यह अभियान कमांडेंट श्री महेंद्र प्रताप के निर्देशन में 52वीं वाहिनी की बाह्य सीमा चौकी मजरख के जवानों द्वारा संचालित किया गया।
संयुक्त गश्ती अभियान का दायरा और उद्देश्य
गश्ती अभियान के दौरान सीमा पीलर संख्या 164/1 से 165 तक के क्षेत्र में दोनों देशों के सुरक्षा बलों ने पगडंडियों, सड़कों और अन्य महत्वपूर्ण मार्गों की गहन निगरानी की। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सीमा पर अवैध आवागमन, तस्करी, असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर रोकथाम और सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना था।
पार्टी कमांडर निरीक्षक मदन लाल (52वीं वाहिनी, एसएसबी) ने जानकारी देते हुए बताया कि यह एक नियमित समन्वय अभियान है, जिसके तहत दोनों देशों के जवान निर्धारित अंतराल पर साझा गश्ती अभियान संचालित करते हैं। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास न केवल सीमा सुरक्षा को सुदृढ़ करता है, बल्कि सीमा पर सक्रिय सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय को भी मजबूत बनाता है।
महत्वपूर्ण गतिविधियां और समन्वय
- संयुक्त दल ने सीमा क्षेत्र का पैदल निरीक्षण किया, जिससे संदिग्ध गतिविधियों की पहचान हो सके।
- सीमा की सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण सूचनाओं का आदान-प्रदान किया गया।
- सीमा पार तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों पर रोकथाम के लिए रणनीति पर चर्चा हुई।
संयुक्त गश्ती में शामिल अधिकारी और जवान
🔹 सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), भारत:
- निरीक्षक मदन लाल
- मु०आ० संजय मुर्मू
- मु०आ० शनील के.सी.
- आ० शोभनाथ
- आ० चावललित पांगवांक
- आ० रवि शंकर कुमार
- आ० राज कुमार छेत्री
🔹 एपीएफ नेपाल:
- निरीक्षक नारंग उपरीती
- सा०उप०नि० उमेश मंडल
- मु०आ० कृष्णा साही
- मु०आ० नवीन गारी
- आ० हरका भुजल
- आ० संजय चौधरी
- आ० शिव कुमार यादव

निष्कर्ष
इस संयुक्त गश्ती अभियान से सीमा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने, अवैध गतिविधियों को नियंत्रित करने और दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने में मदद मिलेगी। भविष्य में भी इस तरह के संयुक्त गश्ती अभियानों को नियमित रूप से संचालित किया जाएगा ताकि सीमा सुरक्षा को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
