सारस न्यूज़, पूर्णिया।
दिनांक 26 अक्टूबर 2024 को पूर्णिया के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) श्रीनगर में डिसलेक्सिया जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। एस.सी.ई.आर.टी. के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम के संयोजक, श्रीमती मंदाकिनी कुमारी और श्री रौशन कुमार, ने बताया कि अक्टूबर माह को “डिसलेक्सिया जागरूकता माह” के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर डीएलएड के प्रथम और द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षुओं और कुछ व्याख्याताओं द्वारा जागरूकता संबंधी पोस्टर, बैनर, और स्लोगन के साथ “वॉक फॉर डिसलेक्सिया” पदयात्रा निकाली गई, जो डायट परिसर से शुरू होकर उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीनगर तक पहुंची।
इस पदयात्रा का उद्देश्य समाज के विभिन्न स्तरों तक डिसलेक्सिया के प्रति जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम में बताया गया कि “डिसलेक्सिया कोई बीमारी नहीं, बल्कि एक अवस्था है।” सामाजिक संदेश के रूप में यह भी कहा गया कि वाक विकार, अपठन, और सीखने की अक्षमता को बीमारी न समझें। जो बच्चे इस विकार से प्रभावित हैं, उन्हें प्रोत्साहित करें, ताकि वे अपने अन्य विशिष्ट गुणों के बल पर जीवन में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त कर सकें। उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं, और अन्य कर्मचारियों ने इस चर्चा में सकारात्मक सहयोग दिया।
इस अभियान को सफल बनाने में डायट की प्रभारी प्राचार्या श्रीमती गुलशन आरा, व्याख्याता श्रीमती नीमा कुमारी, श्रीमती लक्ष्मी शेखर, कार्यालय कर्मी श्रीमती जिया हसनैन और श्री बुद्धदेव हैम्ब्रम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।