सारस न्यूज, वेब डेस्क।
बिहार के पूर्णिया जिले में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब तेज रफ्तार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर तीन किशोरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब पांचों युवक रेलवे पटरी के किनारे से पैदल लौट रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार, ये सभी किशोर दशहरा मेला देखकर घर लौट रहे थे और पूर्णिया की ओर जा रहे थे। घटना पूर्णिया जिले के जानकीनगर नगर पंचायत के पास चांदपुर भंगहा इलाके की बताई जा रही है। सभी मृतक और घायल युवक मूल रूप से इसी क्षेत्र के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि ये पांचों कसबा क्षेत्र के पास स्थित एक मखाना फैक्ट्री में काम करते थे और उम्र 14 से 18 साल के बीच थी।
हादसा उस समय हुआ जब जोगबनी (अररिया) से दानापुर (पटना) जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पटरी पर तेजी से गुजर रही थी। ट्रेन की चपेट में आकर तीन युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि दो को गंभीर हालत में पूर्णिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है।
घटना के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, प्रशासन और रेलवे की टीम मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे पटरी पार करने के लिए इस इलाके में कोई सुरक्षित मार्ग नहीं है, जिसके चलते अक्सर लोग पटरियों के किनारे से चलने को मजबूर होते हैं।
यह हादसा दशहरा जैसे पर्व के ठीक बाद लोगों की सुरक्षा और रेलवे व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। स्थानीय प्रशासन से लेकर रेलवे अधिकारियों तक पर सवाल उठ रहे हैं कि क्यों संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम नहीं किए जाते।