बिंदु अग्रवाल की कविता #71 (शीर्षक:-सिर्फ तुम्हारा इंतजार…)
Post Views: 123 सिर्फ तुम्हारा इंतजार मैं धीरे-धीरे जला रही हूं उन खतों कोजो तुमने मुझे कभी लिखे ही नहीं।वह तो अनायास ही पनप गए थे ,मेरे दिल के किसी…
बिंदु अग्रवाल की कविता #70 (शीर्षक:-अपना कह सकूं तुम्हें…)
Post Views: 323 अपना कह सकूं तुम्हें पिघलेगा एक दिन पत्थर दिल भी तुम्हाराजरा आंखों से इजाजत लेने तो दीजिए।घुल जाएगी खुशबू सांसों में तुम्हारीजरा धड़कनों से इजाजत तो लेने…
बिंदु अग्रवाल की कविता #69 (शीर्षक:-अधूरे ख्वाब सी जिंदगी…)
Post Views: 278 अधूरे ख्वाब सी जिंदगी कभी उगते सूरज सा एहसासकभी ढलती शाम सी है जिंदगी । कभी भटकती राहेंकभी एक मुकाम सी है जिंदगी। कभी समंदर सी गहरीकभी…
बिंदु अग्रवाल की कविता #68 (शीर्षक:-गुनहगार हूं मैं…)
Post Views: 137 गुनहगार हूं मैं माना कि तुम्हारी मोहब्बत का गुनहगार हूं मैंपर तुमसे जुदा होकर कहां आबाद हूं मैं ।। खाना है पर भूख नहीं बिस्तर है पर…
बिंदु अग्रवाल की कविता # 67 (शीर्षक:-चुनौतियां इंसान को सशक्त बनाती है…)
Post Views: 567 चुनौतियां इंसान को सशक्त बनाती है चुनौतियां हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। चुनौती के बिना मानव जीवन निरस और उबाऊ हो जाता है। चुनौती से…
बिंदु अग्रवाल की कविता # 66 (शीर्षक:-इंतजार में तुम्हारे…)
Post Views: 199 इंतजार में तुम्हारे विरह तप्त हृदय मेरा तुम चीर मिलन बन आओ,प्यासा मेरे हृदय का उपवन घनघोर घटा बन छाओ। प्रिय दरस को व्याकुल नैना तुम इनमें…
बिंदु अग्रवाल की कविता # 65 (शीर्षक:-बाकी है…)
Post Views: 411 बाकी है दिल में मेरे जख्मों के निशान अभी बाकी है ।ठहर जाओ जिस्म में मेरी जान अभी बाकी है।। रूठने के तो बहाने बहुत है जिंदगी…
बिंदु अग्रवाल की कविता # 64 (शीर्षक:-हे जग के पालनहार प्रभु…)
Post Views: 192 हे जग के पालनहार प्रभु ! हे जग के पालनहार प्रभु!सुन लो करुण पुकार प्रभु।जग करता त्राहिमाम प्रभु ,है कष्ट में हर इंसान प्रभु।हे जग के पालनहार…
बिंदु अग्रवाल की कविता # 63 (शीर्षक:-भीगते एहसास…)
Post Views: 358 भीगते एहसास वह जो प्रेम था तुम्हारा मेरे लिएक्या वह सच था या मेरे दिल का भुलावावह जो तड़प थी मुझे नजर भर देखने कीहकीकत थी या…
बिंदु अग्रवाल की कविता # 62 (शीर्षक:-बधाई नहीं दोगे…)
Post Views: 243 सारस न्यूज़, वेब डेस्क। बधाई नहीं दोगे?? ना तुम मिले ना तुम्हारी तस्वीर दुहाई नहीं दोगेमेरी तरसती हुई निगाहों को बधाई नहीं दोगे ..? अधूरा रह गया…
बिंदु अग्रवाल की कविता # 61 (शीर्षक:-मेरे श्याम सांवरे…)
Post Views: 180 सारस न्यूज़, वेब डेस्क। मेरे श्याम सांवरे हमें तुमसे है मोहब्बतमेरे श्याम संवारे,लेते हैं तेरा नाम हमअविराम संवारे। आओ हमारे घर कभीमाखन चुराने तुम,आओ हमारे घर कभीमुरली…
बिंदु अग्रवाल की कविता # 60 (शीर्षक:- मैं राधा बन जाऊं…)
Post Views: 261 सारस न्यूज, गलगलिया। मैं राधा बन जाऊं कान्हा कान्हा मैं करूँमैं राधा बन जाऊँ,कान्हा मेरा सांवराकान्हा संग प्रीत लगाऊँ। कान्हा तेरे होठों कीमैं मुरली बन जाऊँ,तेरे संग…