सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
11 मार्च 1689: मुगल बादशाह औरंगजेब ने शिवाजी के पुत्र संभाजी को यातनाएं देकर मौत के घाट उतारा।
11 मार्च 1881: कलकत्ता टाउन हाल में रामनाथ टैगोर की प्रतिमा लगाई गई। यह पहला मौका था जब किसी भारतीय की प्रतिमा को सार्वजनिक स्थल पर स्थापित किया गया।1935 में आज ही के दिन बैंक कनाडा का गठन किया गया था।
11 मार्च 1948: देश के प्रथम पोत जल ऊषा का विशाखापत्तनम से जलावतरण। इसे उस समय की तमाम उपलब्ध आधुनिक प्रणालियों से लैस किया गया था।
11 मार्च 1996: ईरान ने सैटेनिक वर्सेज किताब के लेखक सलमान रुश्दी के ख़िलाफ़ जारी किया गया फ़तवा वापस ले लिया।
11 मार्च 2001 आज के दिन ही पुलेला गोपीचंद बैडमिंटल में विश्व चैंपियन बने थे।
11 मार्च 2006 आज ही के दिन यूनानी संसद ने दाह-संस्कार को अनुमति देने वाले कानून को बहुमत से पारित किया था।
11 मार्च 2007 आज के दिन ही सुनिता ने कोलकाता से वाघा तक के 2,012 किलोमीटर के सफर को रिवर्स गियर में गाड़ी चलाकर पूरा किया था।
11 मार्च 2008: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने यान एंडेवर को अपने अंतरिक्ष स्टेशन की ओर रवाना किया।
11 मार्च 2011: भारत ने 350 किलोमीटर दूर तक का निशाना साधने वाले प्रक्षेपास्त्र ‘धनुष’ और ‘पृथ्वी’ का सफल परीक्षण किया।
11 मार्च 2011: जापान में प्रशांत तट पर तोहोकू के पास समुद्र में रिक्टर पैमाने पर 9 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद सुनामी ने भयंकर तबाही बचाई और 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत के साथ ही भारी नुकसान हुआ। यह जापान के इतिहास का अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप था।