सारस न्यूज टीम, असम।
असम में बाढ़ से हालात और खराब होते जा रहे है। राज्य के 30 जिलों में करीब 29 लाख से ज्यादा इस आपदा से प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि पिछले 24 घंटों में बाढ़ के कारण 6 बच्चों समेत 14 लोगों की मौत हो गई इसके साथ ही राज्य में बाढ़ से मरने वाले नागरिकों की संख्या 173 हो गई है। असम के मध्य में स्थित मोरीगांव जिले में कई लोग सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। यह जिला महीने में दो बार बाढ़ की चपेट में आ चुका है। इस इलाके में रहने वाले बाबूलाल बिश्वास ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ पिछले एक महीने से सड़क पर बने अस्थाई निवास में रह रहा है। क्योंकि हमारे घर में पानी घुस गया है।
इस शख्स ने कहा कि बाढ़ के कारण हमारे घरों के साथ-साथ फसलें भी नष्ट हो गई हैं। अब भगवान ही जाने आगे क्या होगा। सिंगिमरी इलाके में रहने वाले एक और व्यक्ति ने भी यही बताया कि बारिश और बाढ़ के कारण हमारे घर और खेत बर्बाद हो गए हैं। मोरीगांव जिले के इस इलाके में बाढ़ के कारण कई लोग सड़कों पर रह रहे हैं। जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 98 राहत कैंप बनाए हैं। जहां करीब 29 हजार लोग ठहरे हुए हैं। लेकिन इसके अलावा कई लोग सड़कों पर डेरा डाले हुए हैं। एएसडीएमए की रिपोर्ट के अनुसार, मोरीगांव जिले में करीब 1 लाख 70 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं हालांकि कई लोगों से बाढ़ का पानी उतरने लगा है लेकिन फिर भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम बाढ़ग्रस्त इलाकों के लोगों के संपर्क बनाए हुए हैं। इनमें गर्भवती महिलाएं छोटे बच्चे और अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोग शामिल हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन ने जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों में हेल्थ कैंप लगाए हैं।