सरकार की ओर से कृषि उत्पादन को बढ़ाने तथा मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बरकरार रखने के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना से ठाकुरगंज प्रखंड के छः ग्राम पंचायतों के सभी राजस्व ग्राम का मिट्टी नमूने की जांच के लिए चयन किया गया है। प्रखंड के नवगठित नगर पंचायत पौआखाली, बंदरझूला, भोलमारा,बरचौंदी, भोगडाबर एवं सुखआडाली ग्राम पंचायत के सभी राजस्व ग्राम का चयन किया गया है। उक्त बातों की जानकारी देते हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा प्रखंड स्तर पर खेत से मिट्टी जांच के लिए नमूना लिया जा रहा है। इसी क्रम में राष्ट्रीय संधारणीय कृषि मिशन अंतर्गत मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना 2023-24 में मिट्टी नमूना संग्रहण एवं प्रत्यक्षण सह प्रशिक्षण से संबंधित प्रखंड के उक्त ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। नवगठित नगर पंचायत पौआखाली, बंदरझूला, भोलमारा एवं बरचौंदी में जटाधर सिंह तथा भोगडाबर एवं सुखआडाली में कृषि समन्वयक कौशल किशोर नोडल के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है, जहां कृषि समन्वयक द्वारा किसान के खेत से मिट्टी लेकर जांच के लिए कृषि विभाग के प्रयोगशाला भेजा जाएगा। जांच के बाद किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को दिया जाएगा। इसमें खेत की मिट्टी की पूरी जानकारी होगी। मिट्टी जांच होने के बाद संतुलित उर्वरक ही अपने खेतों में डालने के लिए कृषि समन्वयक किसानों को प्रशिक्षित भी करेंगे।
बीएओ राजेश कुमार ने कहा कि उक्त ग्राम पंचायतों से कुल 1800 किसानों के खेत से मिट्टी के नमुने लिए जाएंगे। इन चयनित राजस्व ग्राम में प्रत्यक्षण-सह प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड के प्रति जागरूकता पैदा करने के कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके अंतर्गत प्रत्येक चयनित ग्राम में एक प्रशिक्षण एवं एक हेक्टेयर का एक प्रत्यक्षण का आयोजन किया जाना है। किसानों को मिट्टी जाँच की महत्व एवं मिट्टी जाँच आधारित खेती की लाभ की जानकारी, मिट्टी नमूना लेने के लिए प्रशिक्षण देते हुए किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराने एवं किसानों को मिट्टी जाँच का महत्व के बारे में व्यवहारिक ज्ञान दिए जाएंगे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
सरकार की ओर से कृषि उत्पादन को बढ़ाने तथा मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बरकरार रखने के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना से ठाकुरगंज प्रखंड के छः ग्राम पंचायतों के सभी राजस्व ग्राम का मिट्टी नमूने की जांच के लिए चयन किया गया है। प्रखंड के नवगठित नगर पंचायत पौआखाली, बंदरझूला, भोलमारा,बरचौंदी, भोगडाबर एवं सुखआडाली ग्राम पंचायत के सभी राजस्व ग्राम का चयन किया गया है। उक्त बातों की जानकारी देते हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा प्रखंड स्तर पर खेत से मिट्टी जांच के लिए नमूना लिया जा रहा है। इसी क्रम में राष्ट्रीय संधारणीय कृषि मिशन अंतर्गत मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना 2023-24 में मिट्टी नमूना संग्रहण एवं प्रत्यक्षण सह प्रशिक्षण से संबंधित प्रखंड के उक्त ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। नवगठित नगर पंचायत पौआखाली, बंदरझूला, भोलमारा एवं बरचौंदी में जटाधर सिंह तथा भोगडाबर एवं सुखआडाली में कृषि समन्वयक कौशल किशोर नोडल के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है, जहां कृषि समन्वयक द्वारा किसान के खेत से मिट्टी लेकर जांच के लिए कृषि विभाग के प्रयोगशाला भेजा जाएगा। जांच के बाद किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को दिया जाएगा। इसमें खेत की मिट्टी की पूरी जानकारी होगी। मिट्टी जांच होने के बाद संतुलित उर्वरक ही अपने खेतों में डालने के लिए कृषि समन्वयक किसानों को प्रशिक्षित भी करेंगे।
बीएओ राजेश कुमार ने कहा कि उक्त ग्राम पंचायतों से कुल 1800 किसानों के खेत से मिट्टी के नमुने लिए जाएंगे। इन चयनित राजस्व ग्राम में प्रत्यक्षण-सह प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड के प्रति जागरूकता पैदा करने के कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके अंतर्गत प्रत्येक चयनित ग्राम में एक प्रशिक्षण एवं एक हेक्टेयर का एक प्रत्यक्षण का आयोजन किया जाना है। किसानों को मिट्टी जाँच की महत्व एवं मिट्टी जाँच आधारित खेती की लाभ की जानकारी, मिट्टी नमूना लेने के लिए प्रशिक्षण देते हुए किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराने एवं किसानों को मिट्टी जाँच का महत्व के बारे में व्यवहारिक ज्ञान दिए जाएंगे।
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