विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया।
जैसे-जैसे शराब तस्करी पर सख्ती बरती जा रही है वैसे ही तस्कर नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। ट्रेन और वाहनों से शराब की खेप ले जाने की बात अब पुरानी हो गई है। होम डिलीवरी करने वालों पर भी उत्पाद विभाग और पुलिस की पैनी नजर बनी रहती है। ऐसे में तस्कर नया तरीका इजाद कर शराब तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। किशनगंज में ‘स्कूल वैन’ लिखे वाहन से शराब बरामदगी ने एक बार फिर से पुलिस को भी हैरत मे डाल दिया है। स्कूल वैन से शराब बरामद का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी अलग-अलग तरीके इजाद कर शराब ले जाने की कोशिश में कई तस्कर गिरफ्तार हो चुके हैं। सख्ती के बाद भी शराब के शौकीनों की बढ़ती डिमांड और इसमें अच्छी आय के कारण तस्करों का शराब से मोह भंग नहीं कर पा रहे हैं। शराब तस्करी के धंधे में शामिल तस्करों के लगातार पकड़े जाने के बाद भी शराब की तस्करी किशनगंज के रास्ते बदस्तूर जारी है। शराब पर पूरी तरह से रोक के लिए जिले में उत्पाद विभाग, पुलिस के अलावा एंटी लिकर टास्क फोर्स की भी पैनी नजर रहती है। इसके लिए जिले में हर रोज जांच अभियान चलाया जाता है इसके बावजूद शराब की तस्करी नहीं रुक रही है। शराब तस्करों के लंबे नेटवर्क के कारण शहर से लेकर गांव तक इनका जाल फैला है। तस्करी के लिए इनमें अलग-अलग लेयर बने है। जिसके माध्यम से एक से दूसरे जगह तक किशनगंज के रास्ते शराब की खेप पहुंचाई जाती है। स्कूल वैन लिखा वाहन से, गुरुवार को 365 लीटर शराब के साथ गिरफ्तार तस्कर सुपौल निवासी सोनू पहले भी स्कूल वेन से शराब की खेप पहुंचा चुका है। यह खुलासा पुलिस की जांच में हुआ है। गिरफ्तार तस्कर और उसका गिरोह शराब की तस्करी करने में एक्सपर्ट है और हर खेप की डिलीवरी करने में नये तरीके का इस्तेमाल करके पुलिस को चकमा देते आ रहे थे। वहीं गिरोह के द्वारा शराब को स्कूल वाहन लिखे वैन में विशेष रूप से तहखाने बनाए गए थे और तहखाने जैसे स्थान में शराब इस तरह से छिपा कर रखी गई थी कि अगर पुलिस सक्रियता नहीं दिखाती तो इस बार भी शराब की खेप को पार कर लिया जाता। जांच के दौरान भी पुलिस समझ नहीं पा रही थी कि स्कूल लिखे वाहन से तस्करी होगी। लेकिन जब पुलिस द्वारा वाहन में बच्चों को नहीं देखा गया तब पुलिस को आशंका हुई और पुलिस ने वाहन रुकवाकर उसकी जांच की तो पुलिस भी आश्चर्यचकित रह गई। आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसे इस कार्य के लिए कमीशन मिलता है। कम समय में रुपये कमाने के लालच में इस काम में आया था। वहीं जब्त शराब बंगाल के दालकोला से सुपौल ले जाई जा रही थी। पुलिस उसकी पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इससे पूर्व कितनी बार शराब की खेप को खपाया गया था। इसके बाद पुलिस शराब के बंगाल-बिहार कनेक्शन की भी जांच कर सकती है। यहां बता दें कि सदर पुलिस ने गुरुवार को ब्लॉक चौक के पास से स्कूल लिखे एक वाहन से 356 लीटर विदेशी शराब जब्त किया था। जब्त शराब के साथ सुपौल निवासी सोनू कुमार को गिरफ्तार किया गया था।