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पोठिया में वायुसेना की भूमि पर एसएसबी व बीएसएफ कैंप स्थापित करने को ले जिप सदस्य निरंजन राय ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को सौंपा आवदेन।

सारस न्यूज, किशनगंज।

देश के चिकन नेक कहे जाने वाले किशनगंज जिला के पोठिया प्रखंड में पुरंदरपुर गांव में भारतीय वायु सेना की अधिग्रहित एवं खाली पड़ी जमीन पर इलाके की भौगोलिक स्थिति एवं सुरक्षा के मद्देनजर एसएसबी अथवा बीएसएफ कैंप खोलने की मांग स्थानीय जिप सदस्य निरंजन राय ने की है। इसको ले जिला परिषद सदस्य निरंजन राय ने केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय से मिलकर एक आवेदन सौंपा है। रविवार को पटना में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री से मिलने के दौरान जिला परिषद सदस्य ने भौगोलिक, सामरिक एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से इसे काफी जरूरी बताते हुए पुरंदरपुर (पोठिया) में वायुसेना की 6.12 एकड़ जमीन पर कैंप खोलने की मांग की है।
इस संबंध में जिप सदस्य निरंजन राय ने क्षेत्र के भौगोलिक स्थिति एवं सामरिक दृष्टि को रखते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री से कहा है कि यह इलाका बांग्लादेश तथा नेपाल के अंतरराष्ट्रीय सीमा से काफी करीब है तथा इससे होकर मवेशी तस्करी के अलावे अन्य कई तरह के देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए मुफीद रास्ते के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। जिस कारण इस स्थल पर केन्द्रीय बल का कैंप की सख्त जरूरत है। एसएसबी अथवा बीएसएफ का कैंप खुलने से कई तरह के देश विरोधी तत्वों पर लगाम लगेगी और यह सुरक्षा के लिहाज से काफी जरूरी है।
बताते चलें कि करीब छः दशक पुर्व 1962 में भारत – चीन युद्ध के बाद सीमावर्ती बार्डर क्षेत्र एवं भारतीय वायु सेना की आवश्यकता को देखते हुए पोठिया प्रखंड के देवीचौक- सोनापुर पथ पर पुरंदरपुर गांव के समीप जमीन दी गई। जिसके बाद यहां वायु सेना का एक कैंप खोले जाने का प्रस्ताव था। लेकिन येन केन प्रकारेण यह कैंप यहां से करीब 50 किमी दूर दार्जिलिंग जिले के बागडोगरा (पं बंगाल) चला गया। फिलहाल पुरंदरपुर की यह जमीन अभी भी बागडोगरा वायु सेना के अधीन है। कई माह पूर्व इस जमीन को चारों ओर से सीमांकन करते हुए बागडोगरा वायुसेना की ओर से कंटीले तार से घेर कर चहारदीवारी किया गया है और 6.12 एकड़ जमीन फिलहाल खाली पड़ी है।
बताते चलें कि भारतीय वायु सेना के इस खाली जमीन से लगभग 20 किलोमीटर दूर बांग्लादेश, 15 किलोमीटर दूर नेपाल तथा लगभग 200 किलोमीटर दूर सिक्किम का डोकलाम बार्डर है जो चीन की सीमा वायुसेना की इस खाली जमीन से सटा हुआ है। इस जगह पर एसएसबी कैंप अथवा बीएसएफ कैंप खोलने की मांग समय – समय पर उठती रही है ताकि न सिर्फ इस खाली जमीन का सेना के द्वारा उपयोग हो बल्कि क्षेत्र व देशहित में भी यह उपयोगी साबित हो सके।
वहीं जिप सदस्य निरंजन राय के द्वारा किए जा रहे इस प्रयास को स्थानीय लोगों ने काफ़ी सराहा और आशान्वित किया कि उनके इस प्रयास के लिए स्थानीय लोगों का हरसंभव सहयोग मिलता रहेगा।

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