सारस न्यूज टीम, पटना।
राज्य के सभी जिलों में सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था को बेहतर बनाने की कवायद में सरकार जुटी हुई हैं। इस क्रम में मिशन 60 के बाद अब मिशन क्वालिटी शुरू किया गया है। मिशन क्वालिटी के तहत अस्पतालों के स्व-घोषित प्रदर्शन से संबंधित डाटा का सत्यापन होगा। इस काम को प्राथमिकता स्तर पर करने के लिए स्वास्थ्य सेवा के 76 अधिकारियों की टीम को जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है।
आठ सितंबर से प्रारंभ मिशन 60 के तहत जिला अस्पतालों की आधारभूत संरचना व स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए लगातार काम किए गए। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर प्रारंभ इस मिशन के तहत अस्पतालों के भवन के रंग-रोगन, शौचालय की साफ-सफाई, डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की अस्पतालों में मौजूदगी, एंबुलेंस और दवाओं की उपलब्धता, आकस्मिक सेवाओं में सुधार सहित 31 अलग-अलग बिंदुओं पर कार्य किए गए।मिशन 60 के तहत विभाग के स्तर पर जो कार्य निर्धारित किए गए थे, अस्पतालों ने प्राथमिकता में उनमें से कौन से काम किए उन्हें विभाग को इस संबंध में एक स्व-घोषणा पत्र देना था। प्रक्रिया के तहत अस्पतालों ने सरकार को स्व-घोषणा पत्र भी सौंपा। जिसके बाद विभाग ने अस्पतालों की उपलब्धि के आधार पर उनकी रैंकिंग की।जिला अस्पतालों की स्व-घोषणा की जांच और अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए विभाग के स्तर पर प्रारंभ मिशन क्वालिटी के तहत अस्पतालों के स्व-घोषित प्रदर्शन से संबंधित डाटा की जांच होगी। साथ ही अस्पतालों को सेवाओं की गुणवत्ता के संबंध में गाइडलाइन भी दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने मिशन क्वालिटी के तहत गुणवत्ता परख और अस्पतालों की घोषणा की जांच के लिए स्वास्थ्य सेवा के 76 अधिकारियों को जिलों के लिए रवाना किया है। ये अधिकारी 15 दिसंबर तक जिला अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे और सरकार को अस्पतालों की वास्तविक रिपोर्ट से अवगत कराएंगे। रिपोर्ट की प्रति गुणवत्ता यकीन कोषांग में भी जमा होगी।
