सारस न्यूज, वेब डेस्क।
संतान की दीर्घायु और सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाने वाला जिउतिया व्रत शनिवार से पूरे श्रद्धा भाव से आरंभ हो गया। तीन दिवसीय इस पवित्र पर्व की शुरुआत ‘नहाय-खाय’ की रस्म के साथ हुई, जहां महिलाओं ने शुद्धता और विधि-विधान के साथ व्रत की तैयारी की।
शनिवार को सप्तमी तिथि पर व्रती महिलाओं ने सात्विक भोजन ग्रहण कर व्रत का संकल्प लिया। इसके साथ ही वे रविवार को पड़ने वाली अष्टमी को निर्जला व्रत रखने और विशेष पूजन-अर्चन की तैयारी में जुट गईं। इस दौरान जीमूतवाहन की पूजा के लिए पूजा-सामग्रियों का संग्रह दिन भर जारी रहा।
सोमवार को नवमी तिथि पर पारण के साथ यह व्रत पूर्ण होगा। व्रती महिलाएं पूरे विधि-विधान से व्रत का समापन करेंगी और संतान की सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।