आगामी दुर्गा पूजा-2025 को लेकर गुरुवार को समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में शांति समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी विशाल राज एवं पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने संयुक्त रूप से की। बैठक का मुख्य उद्देश्य त्योहार को शांतिपूर्ण, सौहार्दपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में सम्पन्न कराना था।
बैठक में शहर के प्रमुख गणमान्य नागरिक, पूजा समिति के सदस्य, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। समिति के सदस्यों ने साफ-सफाई, ट्रैफिक प्रबंधन, महिला पुलिस की तैनाती, अतिरिक्त सुरक्षा बल, जलजमाव से निपटने और ऑटो-टोटो परिचालन पर नियंत्रण जैसी कई समस्याएं और सुझाव प्रशासन के समक्ष रखे।
कई अहम निर्णय लिए गए:
अष्टमी और नवमी की रात को ऑटो परिचालन पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग प्रमुखता से उठाई गई।
रमजान पुल पर अतिक्रमण हटाने और बंगाल से आने वाले संदिग्ध वाहनों की निगरानी की बात भी रखी गई।
भारी वाहनों का टाउन एरिया में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
सख्ती से होंगे नियम लागू:
पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने कहा कि पूजा के दौरान जिले में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि:
जुलूस के दौरान नशा और पटाखे पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।
डीजे का प्रयोग किसी भी स्थिति में नहीं किया जाएगा।
सभी आयोजकों को लाइसेंस की शर्तों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक पूजा समिति को 4 से 6 स्वयंसेवकों की नियुक्ति करनी होगी। वहीं, विसर्जन कार्यक्रम की निगरानी CCTV और ड्रोन कैमरे से की जाएगी, खासतौर पर रूईधासा मैदान और मनोरंजन क्लब पर।
यातायात और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम:
यातायात को सुव्यवस्थित रखने के लिए फ्लाईओवर, केल्टेक्स चौक सहित 12 स्थानों पर ड्रॉप गेट लगाए जाएंगे और ट्रैफिक को दो से तीन परतों में नियंत्रित किया जाएगा।
संस्कृति और परंपरा को मिलेगा सम्मान:
जिलाधिकारी विशाल राज ने जानकारी दी कि उद्योग विभाग की ओर से पंडाल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में बिहार की सांस्कृतिक विरासत और भारतीय परंपरा को प्रदर्शित करने वाले पंडालों को क्रमशः ₹25,000, ₹15,000 और ₹5,000 के पुरस्कार दिए जाएंगे।
इसके अलावा रूईधासा मैदान, मनोरंजन क्लब और एक अन्य स्थल पर खादी, हस्तशिल्प और “एक जिला–एक उत्पाद” की प्रदर्शनी लगेगी, जिसमें उत्पाद 50% तक की छूट पर मिलेंगे।
इको-फ्रेंडली पूजा और स्वच्छता पर ज़ोर:
जिलाधिकारी ने सभी पूजा समितियों से इको-फ्रेंडली पूजा के आयोजन और समय पर मूर्ति विसर्जन की अपील की। नगर परिषद को शहर में विशेष साफ-सफाई अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सभी वर्गों से सहयोग की अपील:
बैठक के अंत में प्रशासन ने स्पष्ट किया कि दुर्गा पूजा-2025 को शांति, अनुशासन और सामुदायिक सहयोग के साथ सम्पन्न कराया जाएगा। सभी पूजा समितियों और आमजन से प्रशासन ने सहयोग की अपील की।
सारस न्यूज, किशनगंज।
आगामी दुर्गा पूजा-2025 को लेकर गुरुवार को समाहरणालय स्थित महानंदा सभागार में शांति समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला पदाधिकारी विशाल राज एवं पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने संयुक्त रूप से की। बैठक का मुख्य उद्देश्य त्योहार को शांतिपूर्ण, सौहार्दपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में सम्पन्न कराना था।
बैठक में शहर के प्रमुख गणमान्य नागरिक, पूजा समिति के सदस्य, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। समिति के सदस्यों ने साफ-सफाई, ट्रैफिक प्रबंधन, महिला पुलिस की तैनाती, अतिरिक्त सुरक्षा बल, जलजमाव से निपटने और ऑटो-टोटो परिचालन पर नियंत्रण जैसी कई समस्याएं और सुझाव प्रशासन के समक्ष रखे।
कई अहम निर्णय लिए गए:
अष्टमी और नवमी की रात को ऑटो परिचालन पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग प्रमुखता से उठाई गई।
रमजान पुल पर अतिक्रमण हटाने और बंगाल से आने वाले संदिग्ध वाहनों की निगरानी की बात भी रखी गई।
भारी वाहनों का टाउन एरिया में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
सख्ती से होंगे नियम लागू:
पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने कहा कि पूजा के दौरान जिले में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि:
जुलूस के दौरान नशा और पटाखे पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।
डीजे का प्रयोग किसी भी स्थिति में नहीं किया जाएगा।
सभी आयोजकों को लाइसेंस की शर्तों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक पूजा समिति को 4 से 6 स्वयंसेवकों की नियुक्ति करनी होगी। वहीं, विसर्जन कार्यक्रम की निगरानी CCTV और ड्रोन कैमरे से की जाएगी, खासतौर पर रूईधासा मैदान और मनोरंजन क्लब पर।
यातायात और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम:
यातायात को सुव्यवस्थित रखने के लिए फ्लाईओवर, केल्टेक्स चौक सहित 12 स्थानों पर ड्रॉप गेट लगाए जाएंगे और ट्रैफिक को दो से तीन परतों में नियंत्रित किया जाएगा।
संस्कृति और परंपरा को मिलेगा सम्मान:
जिलाधिकारी विशाल राज ने जानकारी दी कि उद्योग विभाग की ओर से पंडाल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में बिहार की सांस्कृतिक विरासत और भारतीय परंपरा को प्रदर्शित करने वाले पंडालों को क्रमशः ₹25,000, ₹15,000 और ₹5,000 के पुरस्कार दिए जाएंगे।
इसके अलावा रूईधासा मैदान, मनोरंजन क्लब और एक अन्य स्थल पर खादी, हस्तशिल्प और “एक जिला–एक उत्पाद” की प्रदर्शनी लगेगी, जिसमें उत्पाद 50% तक की छूट पर मिलेंगे।
इको-फ्रेंडली पूजा और स्वच्छता पर ज़ोर:
जिलाधिकारी ने सभी पूजा समितियों से इको-फ्रेंडली पूजा के आयोजन और समय पर मूर्ति विसर्जन की अपील की। नगर परिषद को शहर में विशेष साफ-सफाई अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
सभी वर्गों से सहयोग की अपील:
बैठक के अंत में प्रशासन ने स्पष्ट किया कि दुर्गा पूजा-2025 को शांति, अनुशासन और सामुदायिक सहयोग के साथ सम्पन्न कराया जाएगा। सभी पूजा समितियों और आमजन से प्रशासन ने सहयोग की अपील की।
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