सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
एनएफ रेलवे की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने इस महीने 17 से 22 जुलाई 2022 तक एनएफ रेलवे अंतर्गत विभिन्न ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर नियमित जांच के दौरान कुछ नाबालिगों समेत 21 लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया हैं। इसके अलावा आरपीएफ ने अप्रैल से जून 2022 के दौरान नाबालिग बच्चों और महिलाओं सहित 189 लोगों को भी रेस्क्यू किया।
जबकि 04 लोगों को मानव तस्करी होने से बचाया। रेलवे सुरक्षा बल ने इस अवधि के दौरान मानव तस्करी के आरोप में शामिल 04 लोगों को भी हिरासत में लिया। इन सभी को एनएफ रेलवे में चलाये गये विभिन्न तलाशी अभियान में ट्रेनों रेलवे परिसरों और स्टेशनों से उद्धार किया गया।
एनएफ रेलवे द्वारा मिली जानकारी के अनुसार 18 जुलाई, 2022 को आरपीएफ पोस्ट न्यू अलीपुरद्वार के उप निरीक्षक ने मेरी सहेली टीम के साथ न्यू अलीपुरद्वार स्टेशन पर नियमित तलाशी चलाते हुए प्रतीक्षालय कक्ष में एक महिला को एक बच्चे और एक पुरुष के साथ देखा। पूछताछ में महिला ने बताया कि वह उक्त पुरुष के साथ भागी है। उस व्यक्ति ने महिला के साथ शादी करने का आश्वासन दिया लेकिन बाद में महिला को संदेह हुआ कि शायद उक्त व्यक्ति द्वारा उसकी तस्करी की गई है।
इसे मानव तस्करी का संदेहास्पद मामला प्रतीत होने पर हिरासत में लिए गए पुरुष को महिला और बच्चे के साथ प्रभारी राजकीय रेल पुलिस न्यू अलीपुरद्वार को सौंप दिया गया। बाद में आगे की कार्रवाई के लिए उनलोगों को उस क्षेत्राधिकार की स्थानीय पुलिस प्रभारी वक्सिरहाट को अग्रेषित कर दिया गया।
वहीं 19 जुलाई, 2022 की एक अन्य घटना में डिमापुर रेलवे स्टेशन पर तलाशी के दौरान डिमापुर के आरपीएफ पोस्ट के कर्मियों के साथ सहायक उप निरीक्षक ने दो नाबालिग लड़कों को उद्धार किया। बाद में उद्धार नाबालिग लड़कों को आगे की कार्रवाई के लिए चाइल्ड लाइन, डिमापुर को सौंप दिया गया।
इसी तरह से 22 जुलाई 2022 को हाल की एक घटना में आरपीएफ पोस्ट, कामाख्या के उप निरीक्षक ने कर्मियों के साथ कामाख्या रेलवे स्टेशन पर राजकीय रेल पुलिस, कामाख्या और स्थानीय पुलिस जालुकबारी पुलिस स्टेशन के साथ मानव तस्करी और असामाजिक तत्वों के खिलाफ एक संयुक्त जांच की। जांच के दौरान उन लोगों ने चार नाबालिग लड़कियों को उद्धार किया।
पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि वे बांग्लादेश से अगरतला के रास्ते आए थे और बस से गुवाहाटी पहुंचे। बाद में उद्धार नाबालिग लड़कियों को आगे की कार्रवाई के लिए बांग्लादेश वापस भेजने की व्यवस्था की गयी।
रेलवे सुरक्षा बल की ट्रेन एस्कार्ट पार्टियों के साथ स्टेशनों पर तैनात कर्मचारियों को सतर्क और चौकन्ना किया गया है।
मानव तस्करी में शामिल संदिग्ध व्यक्तियों के साथ-साथ संदिग्ध तरीके से उचित अभिभावक के बिना बच्चों की आवाजाही, अकेले यात्रा करने आदि की जांच करती है। जनता को संवेदनशील, गैर सरकारी संगठनों के साथ घनिष्ठ समन्वय, नियमित जांच करने आदि के भी प्रयास किए जा रहे हैं।