राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
किशनगंज शहर से सटे पश्चिम बंगाल के कानकी में राजस्थान के लोकदेवता बाबा रामदेव जी की जयंती और निर्वाण दिवस पर 8 दिनों तक आयोजित होने वाले 24वें वार्षिक भादवा मेले के अंतिम दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन का लाभ लिया। कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों से, बिहार के विभिन्न क्षेत्रों के साथ साथ नेपाल, भूटान, आसाम और सुदूर क्षेत्रो से लोगों का कानकी आना जाना दिनभर लगा रहा।
आपको बता दें कि कानकी में बाबा रामदेव के दो मंदिर हैं। दोनो मंदिरों की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। बाबा रामदेव को पीर के रूप में जाना जाता है इसलिए इस मेले में सभी समुदाय के लोग एकत्रित होते हैं। सिलीगुड़ी, रामगंज, इस्लामपुर, पांजीपङा, किशनगंज, दलखोला, गुलाबबाग, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, रायगंज, नेपाल के विराटनगर आदि क्षेत्रों से काफी लोग पदयात्रा करते हुए भी कानकी बाबा रामदेव के दर्शन के लिए आते हैं। मन्नतें पूरी होने पर लोग चढ़ाते हैं सवामणी का प्रसाद, मन्दिर में वितरित किया जाता है महाप्रसाद। सुबह से महाप्रसाद का भक्तों को वितरण किया जा रहा था। एक लाख से ज्यादा लोगों के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था थी। लगातार वितरित हो रहे महाप्रसाद के लिए एक हजार से ज्यादा कारीगर दिन भर तैयारी में जुटे रहे। आठ दिन तक चले इस मेले में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन हुआ। बाबा का श्रृंगार, अभिषेक, ज्योत, आरती, सवामणी, छप्पनभोग के साथ साथ कानकी मे भजनों का भी आयोजन किया गया। गणेश चतुर्थी के दिन विशेष पूजा और मोदक भोग भी लगाया गया।