भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी की 41 वीं वाहिनी के जवानों ने पानीटंकी सीमा से एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा है। आरोपी का नाम स्वपन दास है। वह बांग्लादेश के तंगेल जिला का रहने वाला है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उक्त बांग्लादेशी नागरिक पानीटंकी सीमा पर नेपाल से भारत में प्रवेश करते समय भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस का दस्तावेज दिखाया। एसएसबी जवानों को उस लाइसेंस पर शक हुआ। इसके बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। एसएसबी की पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह बांग्लादेश के रहने वाला है। बाद में एसएसबी ने उक्त बांग्लादेशी नागरिक को खोरीबाड़ी पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिक के मोबाइल फोन से कई दस्तावेज बरामद किए। शुक्रवार को उक्त बांग्लादेशी नागरिक को सिलीगुड़ी अदालात में पेश किया गया। यहां उल्लेखनीय है कि बीते एक फरवरी को भी एसएसबी की 41 वीं वाहिनी के जवानों ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने से पहले चार बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा था। इसके साथ ही बांग्लादेशियों को भारत में प्रवेश करने लिए सहयोग करने के आरोप में दो भारतीय नागरिकों को भी पकड़ा था। पकड़े गए बांग्लादेशियों के नाम मोहम्मद शोहाग मिया, कमरुल हुसैन, मोहम्मद मनीर हुसैन और सोफीउल आलम हैं। ये सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं। जबकि दो भारतीय नागरिक का नाम मोहम्मद हुसैन और मोहम्मद सिपन सरकार है। मोहम्मद हुसैन जलपाईगुड़ी के निवासी है और मोहम्मद सिपन सरकार कूचबिहार का रहने वाला है।
सारस न्यूज, सिलीगुड़ी।
भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी की 41 वीं वाहिनी के जवानों ने पानीटंकी सीमा से एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा है। आरोपी का नाम स्वपन दास है। वह बांग्लादेश के तंगेल जिला का रहने वाला है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उक्त बांग्लादेशी नागरिक पानीटंकी सीमा पर नेपाल से भारत में प्रवेश करते समय भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस का दस्तावेज दिखाया। एसएसबी जवानों को उस लाइसेंस पर शक हुआ। इसके बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। एसएसबी की पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह बांग्लादेश के रहने वाला है। बाद में एसएसबी ने उक्त बांग्लादेशी नागरिक को खोरीबाड़ी पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिक के मोबाइल फोन से कई दस्तावेज बरामद किए। शुक्रवार को उक्त बांग्लादेशी नागरिक को सिलीगुड़ी अदालात में पेश किया गया। यहां उल्लेखनीय है कि बीते एक फरवरी को भी एसएसबी की 41 वीं वाहिनी के जवानों ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने से पहले चार बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा था। इसके साथ ही बांग्लादेशियों को भारत में प्रवेश करने लिए सहयोग करने के आरोप में दो भारतीय नागरिकों को भी पकड़ा था। पकड़े गए बांग्लादेशियों के नाम मोहम्मद शोहाग मिया, कमरुल हुसैन, मोहम्मद मनीर हुसैन और सोफीउल आलम हैं। ये सभी बांग्लादेश के रहने वाले हैं। जबकि दो भारतीय नागरिक का नाम मोहम्मद हुसैन और मोहम्मद सिपन सरकार है। मोहम्मद हुसैन जलपाईगुड़ी के निवासी है और मोहम्मद सिपन सरकार कूचबिहार का रहने वाला है।
Leave a Reply