सारस न्यूज टीम, सिलीगुड़ी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गापूजा समितियों पर ममता बरसाते हुए उन्हें राज्य सरकार की तरफ से दी जाने वाली अनुदान राशि 50 हजार से बढ़ाकर 60 हजार रुपये कर दी है। इसके साथ ही दुर्गापूजा के आयोजन में खर्च होने वाली बिजली के बिल में भी 60 प्रतिशत तक की कटौती की जाएगी, जो पिछले साल 50 प्रतिशत थी। दुर्गापूजा समितियों को मिलने वाले विज्ञापनों पर टैक्स ममता सरकार पहले ही माफ कर चुकी हैं।
सोमवार को कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में दुर्गापूजा समितियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएं करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पैसे नहीं दे रही। विभिन्न योजनाओं के लिए फंड भी कम कर दिया गया है। इसके बावजूद हम अपनी क्षमता के मुताबिक दुर्गापूजा समितियों की आर्थिक मदद करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि अच्छे तरीके से दुर्गापूजा का आयोजन किया जा सके।
ममता ने इस अवसर पर भाजपा पर परोक्ष तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि बंगाल में दुर्गापूजा व सरस्वती पूजा नहीं होने दी जाती। दुष्प्रचार पर ध्यान न दें। ममता बनर्जी ने कहा कि यूनेस्को को धन्यवाद देने के लिए कोलकाता में एक सितंबर को महाजुलूस निकाला जाएगा। यह दोपहर दो बजे जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी से शुरू होगा और धर्मतल्ला में एक कार्यक्रम के आयोजन के साथ संपन्न होगा। इसमें यूनेस्को के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे। सरकार की तरफ से उन्हें दुर्गा की मूर्ति भेंट की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस बार 30 सितंबर से 10 अक्टूबर तक दुर्गापूजा और 24 व 25 अक्टूबर को काली पूजा की सरकारी छुट्टी रहेगी। आठ अक्टूबर को रेड रोड में पूजा कार्निवल का आयोजन किया जाएगा। सरकार की तरफ से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन का दिन पांच से लेकर आठ अक्टूबर तय किया गया है।